क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या हैं इसके इतिहास, प्रकार और फायदे (हिन्दी नोट्स) – What is Cloud Computing in Hindi

आज के इस लेख में हम आपको क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या है (What is Cloud Computing in Hindi) के बारें में पूरी जानकरी देने का प्रयास करेंगे. साथ ही इस पोस्ट में हम आपको क्लाउड कंप्यूटिंग के इतिहास, प्रकार, उपयोगिता और विशेषताएँ के बारें में बताएँगे.

अनुक्रम --दिखाएँ --

क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या है (What is Cloud Computing in Hindi)

Cloud Computing एक नया टेक्नोलॉजी है जिसके माध्यम से डाटा को इन्टरनेट के सर्वर में स्टोर किया जाता है. उसे retrieve और mange किया जाता है.
जैसे :- Google cloud, AWS ( Amazon Web Server) इत्यादि.

क्लाउड कम्प्यूटिंग एक technology हैं जिसमे services किसी स्टैटिक सर्वर पर होने के बजाए virtual सर्वर पर होती हैं. यह स्टैटिक सर्वर अर्थात् ऐसा सर्वर जो हम अपने PC में सेव करते है. किसी फाइल को या सीपीयू में सेव करते है, और virtual सर्वर में हम उसे google drive पे सेव करते है. जिसको हम कही से भी ऐक्सेस कर सकते हैं।

What is Cloud Computing in Hindi

जैसे हम अपने Gmail में डाटा स्टोर करके रखते हैं और जरूरत पड़ने पर इसे कहीं से भी ऐक्सेस कर सकते हैं. ये भी क्लाउड कम्प्यूटिंग का ही उपयोग करता हैं।

क्लाउड कम्प्यूटिंग OnDemand सर्विसेस provide करता हैं इंटरनेट के जरिए । यहां हमारा डाटा several सर्वर में स्टोर होता हैं । उदाहरण से समझते हैं दोस्तों – मानलो हमे एक कंपनी बनानी हैं अपनी जिसके हम मालिक है और हमने अपनी कंपनी में 10 लोगों को काम पर रखा हैं जो की 10 computers पर काम कर रहें हैं और सारा फाइल manage कर रहें हैं डाटाबेस से लेकर सर्वर तक और अगर हमने 100 आदमी और रखा तो हमे और 100 computer खरीदने पड़ेंगे जिसमे से यदि 20 लोगों ने काम छोड़ दिया तो हमारे 20 computer खाली हो जायेंगे

जिनका कोई उपयोग नहीं होगा तो हम क्लाउड कम्प्यूटिंग के जरिए ये कर सकते हैं. कि यदि हमारे पास 10 computer हैं और 100 लोग को काम पे रख रहे है तो हमे नए कंप्यूटर लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी हम क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग करके हम वर्चुअल computers ले सकते हैं. हमारे पास सर्वर में कुछ सर्विस providers होते हैं जो ये सर्विस provide कराते हैं। जैसे -Microsoft azure, Google cloud, AWS (Amazon web server), Alibaba cloud, IBM cloud etc.

मुख्य क्लाउड कम्प्यूटिंग कंपनिया (cloud computing companies)

क्लाउड कम्प्यूटिंग कंपनिया इंटरनेट के माध्यम से सभी जगह पर आसान पहुंच के साथ ये काम कर रहीं हैं। कहीं भी बैठ के आप आसानी से अपने डाटा को ऐक्सेस कर सकते हैं। जिसके लिए क्लाउड कम्प्यूटिंग कंपनिया कुछ सर्विस प्रोवाइडर बनाई हैं जो निम्नलिखित हैं।

यहां पर 5 क्लाउड कम्प्यूटिंग कंपनिया दी गई हैं. जिन्हें कोई भी चुन सकता हैं और उपयोग कर सकता हैं ये कंपनिया बहुत ही सुरक्षा के साथ और मजबूत ढांचे के साथ वैश्विक रूप से ग्राहकों की सेवा कर रहीं हैं। इनके अलावा और भी बहुत सारी कंपनी हैं जिसे आप use कर सकते हैं।

  • Google cloud – google क्लाउड जिसे गूगल क्लाउड प्लेटफार्म  या GCP के रुप में जाना जाता हैं जीसीपी मुख्यरूप से ओरिजनल application बनाने , मेंटेंन करने और पब्लिश करने की सर्विस हैं। ये google द्वारा दी जाने वाली क्लाउड सर्विसेस का एक समूह हैं google map, जीमेल ये सभी google क्लाउड पर ही चलते हैं ये एक सार्वजनिक क्लाउड सर्विस विक्रेता हैं जो बहुत सारी सर्विसेस प्रदान करता हैं जैसे, नेटवर्किंग, बिग डाटा सर्विस, मैनेजमेंट सर्विस आदि।
  • AWS (Amazon web server)- AWS अर्थात् अमेजन वेब सेवा । इसका उपयोग करके हम भी अपनी कोई वेबसाइट इंटरनेट पर लॉन्च कर सकते हैं।अगर इसके Products की बात करे तो AWS अपने कुछ बेहतरीन Products जिनमे EC2, Amazon की Virtual Machine Services और S3, Amazon का Storage System प्रमुख रुप से शामिल है जिनके कारण यह बहुत ज्यादा चर्चित है।
  • Alibaba cloud – Alibaba क्लाउड, ये एक ग्लोबल लीडर के रूप में है क्लाउड कम्प्यूटिंग में और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में। ये काफ़ी सारे प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी को, सरकारी कामों में तथा सोफ्टवेयर डेवलपर्स को सर्विस प्रोवाइड कराती हैं पूरे देश में ये बहुत ही चर्चित क्लाउड कम्प्यूटिंग तकनीक हैं। ये एक विश्वसनीय और easy to use सर्विस प्रोवाइड करता हैं इसलिए इसकी डिमांड बहुत ज्यादा हैं ये वर्ल्ड में 3rd रैंक में सबसे बड़ा क्लाउड कम्प्यूटिंग प्रोवाइडर हैं।
  • Microsoft Azure – ये भी एक क्लाउड कम्प्यूटिंग प्लेटफार्म हैं जो की माइक्रोसाफ्ट के द्वारा बनाया गया हैं माइक्रोसॉफ्ट अजूर Video, files, Documents और  Unstructured Data को  Store करने के लिए BLOBs तकनीक के माध्यम से चलता हैं Business की  आवश्यकता के अनुसार Microsoft Azure आपको Windows or Linux  वर्चुअल मशीन लॉन्च करने की अनुमति देता है। ये तीन तरह की सर्विस प्रोवाइड कराता है
  • SaaS (software as a service)
  • PaaS(platform as a service)
  • IaaS (infrastructure as a)
  • IBM cloud – ये भी एक क्लाउड कम्प्यूटिंग प्लेटफार्म हैं जो की 170 सर्विस से ज्यादा contain करके रखा हैं।

ये क्लाउड कम्प्यूटिंग अपनी सर्विस स्टार्टअप कंपनियों को भी देता हैं ताकि वो easily अपने काम को establish कर सके और आगे बढ़ कर सर्विस का पुरा use कर सके। ये नेटवर्किंग, डाटाबेस, मशीन लर्निंग जैसे और भी बहुत सारी सर्विसेस प्रोवाइड कराता हैं।

क्लाउड कम्प्यूटिंग का इतिहास ( History of cloud computing)

क्लाउड कंप्यूटिंग के अस्तित्व में आने से पहले, client server आर्किटेक्चर का use किया जाता था, जहां क्लाइंट का सारा डेटा और control सर्वर साइड में रहता है। अतः Client Server Computing के बाद Distributed Computing अस्तित्व में आई, इस प्रकार की Computing में सभी Computers को आपस में Networked किया जाता है, इसकी मदद से User जरूरत पड़ने पर अपने Resources को Share कर सकता है। इसकी भी कुछ सीमाएँ हैं। इसलिए वितरित प्रणाली में आने वाली सीमाओं को दूर करने के लिए, क्लाउड कंप्यूटिंग का concept आया।

1961 में जॉन मैकचर्ती में इसका concept दिया था MIT में परंतु उस समय किसी ने इस बात पर उतनी रुचि नहीं दिखाई थी, कुछ समय बाद लोगो ने खुद उस concept को अपनाना शुरू किया और फिर Salesforce.com द्वारा 1999 में इसे लॉन्च किया गया।

इस तरह इस company का बोलबाला शुरू हो गया और क्लाउड कम्प्यूटिंग प्लेटफार्म काम करने लगा।

इसके बाद Amazon ने 2002 में amazon web service ki शुरुवात की ।

फिर 2009 में माइक्रोसाफ्ट ने माइक्रोसाफ्ट एज्यूर launch किया और उसके बाद IBM,HP , Alibaba जैसी कंपनियों ने भी अपनी क्लाउड सर्विस की शुरुआत की जो की आज बहुत आगे बढ़ गई हैं और बहुत अधिक मात्रा में इसका उपयोग किया जाने लगा हैं, बहुत सारा नया नया फीचर्स भी जोड़ा गया हैं।

क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग (Uses)

आजकल हर जगह क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग किया जा रहा हैं चाहे वो छोटी से छोटी आर्गेनाइजेशन हो या बड़ी से बड़ी कंपनी हर जगह क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग किया जा रहा हैं एक student से लेकर एक businessman तक हर किसी की जरूरत है क्लाउड कम्प्यूटिंग और सभी इसका उपयोग करते हैं। और भी इनके उपयोग निम्नलिखित है –

  • ये website और ब्लॉग को होस्ट करता हैं। इससे वेबसाइट ऑनर hosting maintain करने से बच जाते हैं।
  • हम Cloud Computing का उपयोग अपने Confidential और Non-Confidential Data को Store, Manage और Share करने के लिए करते हैं। जैसे; Google Drive और Dropbox इनमे डाटा स्टोर करते हैं।
  • Data को एनलाइज करता हैं।तथा डाटा को मैनेज करता हैं कंपनी को डाटा मैनेज करने के लिए अधिक मात्रा मे हार्डवेयर और लोगों की जरूरत होती है और क्लाउड कम्प्यूटिंग के जरिए कुछ मासिक किराया देकर ये काम आसानी से कराया जाता हैं।
  • क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग क्लाउड डाटाबेस के लिए भी किया जाता हैं।
  • क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग कर अपने डाटा का बैकअप रखा जाता हैं। क्लाउड पर, ताकि जब भी उपयोग हो उस डाटा को वहा से ऐक्सेस किया जा सके।

क्लाउड कम्प्यूटिंग के प्रकार (Types)

क्लाउड कम्प्यूटिंग चार प्रकार के होते हैं, जिसको आप अपनी need के हिसाब से खरीद सकते है तथा उपयोग कर सकते हैं। आइए देखते हैं क्लाउड कम्प्यूटिंग के types विस्तार से –

What is Cloud Computing in Hindi
  •  Public cloud – यह एक public cloud है जिसे कोई भी ऐक्सेस कर सकता हैं इसमें बहुत ज्याफा भुगतान भी नहीं करना पड़ता, इसके उपयोग के हिसाब से ही भुगतान करना होता हैं जो नॉमिनल होता हैं। ये पब्लिक क्लाउड होने के कारण कोई भी कही से भी इसका उपयोग कर सकता हैं। यहां पर किसी का कोई कंट्रोल नही होता हैं।
  • Private cloud – ये एक प्राइवेट क्लाउड हैं जिसका उपयोग वहीं लोग कर सकते हैं जो इसको खरीदते हैं या subscription लेते हैं बाकी लोग इसका उपयोग नहीं कर सकते , ज्यादातर लोग इसे business के लिए उपयोग करते हैं अपने बिजनेस का डाटा secure रखने के लिए इसका उपयोग करते हैं ये हाई सिक्योरिटी,relaibility और fliexible होता हैं। और इसमें ऐक्सेस के लिए पे करना होता हैं जो की पब्लिक क्लाउड से महंगा होता हैं।
  • Community cloud – जैसे की इसके नाम से ही स्पष्ट हैं ये एक कम्युनिटी क्लाउड हैं इसे किसी कम्युनिटी या आर्गेनाइजेशन के लोग लेते है और उस आर्गेनाइजेशन के लोग ही इसे ऐक्सेस कर सकते हैं बाकी लोग इसके डाटा को ऐक्सेस नहीं कर सकते । इसके लिए आर्गेनाइजेशन वाले क्लाउफ को एक अमाउंट पे करते हैं।
  • Hybrid cloud – यहां पर प्राइवेट और पब्लिक क्लाउड का कॉम्बिनेशन होता हैं अर्थात् कुछ डाटा private और कुछ डाटा private दोनो रख सकते हैं। और यहां दोनो type की service को use किया जा सकता हैं।

क्लाउड कम्प्यूटिंग की विशेषताएँ (Advantage of cloud computing)

  • क्लाउड कम्प्यूटिंग में अपने हिसाब से बहुत सारा डाटा क्लाउड पे डाला जा सकता हैं और अपनी जरूरत के हिसाब से निकाला जा सकता हैं तथा सुरक्षित रखा जा सकता हैं।
  • इसके लिए किसी भी टेक्नीशियन की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि ये एक इंस्टॉल होने वाला सोफ्टवेयर हैं।
  • On-Demand Self-Service – यह सबसे अच्छी और काम की विशेषता हैं हम अपने डिमांड के हिसाब से जब चाहे जहा से चाहे ऐक्सेस कर सकते है और उपयोग कर सकते हैं जैसे हम रहते थे इंडिया में और चले गए चाइना में तो वहा से भी अपना Gmail एक्सेस करके कोई भी डाटा निकाल सकते हैं।
  • इसकी कीमत काफ़ी कम होती हैं और  बहुतसारे क्लाउड प्रोवाइडर हमे ये सर्विस फ्री में भी उपलब्ध कराते हैं।
  • क्योंकि क्लाउड कंप्यूटिंग internet के माध्यम से चलता हैं इसलिए यह काफी तेज होता हैं।
  • रिसोर्स पुलिंग अर्थात् बहुत सारे यूजर एक साथ बहुत सारे रिसोर्स को शेयर कर सकते हैं।
  • Availability – ये हर जगह available हैं इसे कही से भी कोई भी ऐक्सेस कर सकता हैं।
  • Security- यहां डाटा सिक्योरिटी बहुत अच्छी हैं डाटा क्लाउड पर रहता है जिसे हम जब चाहे जहा से भी चाहे use कर सकते हैं।
  • मॉनिटरिंग टूल्स हर प्वाइंट पे उपलब्ध रहते हैं। जिससे हमे काम करने में मदद मिलती हैं।
  • Cloud Computing मे आपको प्रोसेसिंग पावर के साथ कोई भी समस्या महसूस करने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसमें हम अपने मर्जी से जितना चाहे उतना प्रोसेसिंग पावर खरीद सकते हैं।

क्लाउड कम्प्यूटिंग के हानि (Disadvantages of cloud computing)

  • यह सर्विस पूरी तरह से इंटरनेट पर बेस्ड है यानी इंटरनेट हैं तभी आप इस सर्विस का use कर सकते हैं नहीं तो नही कर सकते।
  • इसमें हमारा डाटा सर्वर पर होता हैं तो उसके lost हो जाने के chances रहते हैं क्योंकि वो क्लाउड पर रहता हैं।
  • क्लाउड कम्प्यूटिंग किसी 3rd पार्टी के द्वारा मैनेज होता हैं इसे हम खुद मैनेज नहीं कर सकते।
  • इसमें विशिष्टताओ की थोड़ी कमी हैं जो भविष्य में और बेहतर होने की उम्मीद हैं।
  • इसमें साइबर अटैक का खतरा होता हैं इसलिए हमे हर समय चौकन्ना रहना पड़ता हैं।

क्लाउड कम्प्यूटिंग कैसे काम करता हैं (Working process of cloud computing)

क्लाउड कम्प्यूटिंग बहुत से काम में उपयोग किया जाता हैं, इसे computer में इंस्टॉल करके काम में लिया जाता हैं. यह एक से ज्यादा इंस्टॉल की जा सकती हैं इसके बहुत सारे सोफ्टवेयर भी होते हैं. क्लाउड कम्प्यूटिंग खास तौर पे dual layer technology पे काम करता हैं. इसके अंदर सर्वर को manage करने के लिए अलग अलग layers होते हैं जिसे backend कहा जाता हैं । इसके अंदर दूसरी लेयर होती हैं. जिसे क्लाइंट इस्तेमाल करते हैं जिसे frontend कहा जाता हैं ।

इसी प्रकार से backend और frontend मिलकर क्लाउड कम्प्यूटिंग को चलाते हैं , यह क्लाउड सर्वर अपने अंदर डाटा संग्रहण कर अपने हिसाब से यूजर को provide कराता हैं।

क्लाउड कम्प्यूटिंग की सर्विस (Services)

क्लाउड कम्प्यूटिंग की सर्विस को तीन भागों में बाटा गया हैं जो निम्नलिखत हैं –

  1. IaaS (infrastructure as a service)
  2. PaaS (platform as a service)
  3. SaaS (software as a service)

आइए इनको विस्तार से जानते हैं –

1. IaaS

(infrastructure as a service) इसे हार्डवेयर as a service भी कहते हैं. क्योंकि यहां पर हार्डवेयर से रिलेटेड सर्विस प्रोवाइड किया जाता हैं. यहां पर complete infrastructure को इंटरनेट पर मैनेज किया जाता हैं ये यूजर को हेल्प करता है की वो cost और complexity को avoid कर सके। यानी जो भी फिजिकल सर्वर है उनको मैनेज करना ना पड़े, ये सारा मैनेजमेंट क्लाउड कम्प्यूटिंग करे ।

Infrastructure as a service में आप फंडामेंटल रिसोर्सेज को ऐक्सेस कर सकते हैं। और भी कुछ रिसोर्से ऑफर करता हैं जैसे, load balancer, IP address, virtual machine and storage.

Example – Amazon web services (AWS),Rackspace, cisco meta cloud इत्यादि.

2. PaaS

(platform as a service) ये ऐसा क्लाउड कम्प्यूटिंग सर्विस हैं. जिसमे प्रोग्रामर्स के लिए एक प्लेटफार्म create किया जाता है की वो अपने प्रोग्राम को उसी प्लेटफार्म में program को create करे रन करे तथा testing करे । ये basically किसी भी client को प्लेटफॉर्म प्रोवाइड कराता हैं।

 ये एक रनटाइम environment प्रोवाइड कराता हैं की आपका application वहा पर रन कर सके और ये उससे रिलेटेड टूल भी प्रोवाइड कराता हैं की प्रोग्राम करने में हेल्प मिल सके। यह एक feature प्रोवाइड कराता है point -and-click  ये नॉन डेवलपर को भी allow करता हैं की वह वेबसाइट create कर सके।

Example – AWA elastic beanstalk , heroku, orce. com, openshift etc.

3. SaaS

(Software as a service) इसको हम on demand software भी कहते हैं। ये एक ऐसा सोफ्टवेयर हैं जो एप्लीकेशन को host करता हैं as a क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर। यूजर इन एप्लीकेशन को use करते हैं इंटरनेट कनेक्शन और वेब ब्राउजर की मदद से।

यहां सोफ्टवेयर applications प्रोवाइड की जाती है as a service, जितने भी क्लाइंट होंगे उनको सोफ्टवेयर प्रोवाइड किया जाएगा की वो उसमे easily work कर सके। SaaS के कुछ applications है –

Costomer relationship, billing and invoicing system, help dex application etc.

Example – Bigcommers, goggle apps, Salesforce, Dropbox etc.

FAQ

क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है?

क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या हैं इसके इतिहास, प्रकार और फायदे (हिन्दी नोट्स) - What is Cloud Computing in Hindi computervidya

Cloud Computing एक नया टेक्नोलॉजी है जिसके माध्यम से डाटा को इन्टरनेट के सर्वर में स्टोर किया जाता है. उसे retrieve और mange किया जाता है.
जैसे :- Google cloud, AWS ( Amazon Web Server) इत्यादि.

क्लाउड कंप्यूटिंग कितने प्रकार की होती है?

क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या हैं इसके इतिहास, प्रकार और फायदे (हिन्दी नोट्स) - What is Cloud Computing in Hindi computervidya

Cloud Computing को deployment मॉडल के अनुसार 4 केटेगरी में बाँटा गया है.
1. Public Cloud
2. Private Cloud
3. Community Cloud
4. Hybrid Cloud

क्लाउड कंप्यूटिंग में कितने प्रकार के सर्विस होते है?

क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या हैं इसके इतिहास, प्रकार और फायदे (हिन्दी नोट्स) - What is Cloud Computing in Hindi computervidya

क्लाउड कंप्यूटिंग में मुख्य 3 प्रकार के सर्विस का उपयोग किया जाता है.
पहला: IaaS (infrastructure as a service)
दूसरा: PaaS (platform as a service
तीसरा:
SaaS (software as a service)

क्लाउड कंप्यूटिंग में करियर कैसे बनाएं?

इस फील्ड में 12वीं के बाद कैरियर के द्वार खुल जाते हैं। 12वीं के बाद स्टूडेंट्स BSc in Computer Science या आईटी में डिग्री, डिप्लोमा हासिल कर इस क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं।

क्लाउड कंप्यूटिंग का उदाहरण क्या है?

what is cloud computing in hindi

वर्तमान में क्लाउड कंप्यूटिंग का क्रेज बहुत अधिक बढ़ गया है जिसके चलते बहुत से कंपनी क्लाउड की सर्विस दे रहे है.
जैसे :- Google cloud, AWS ( Amazon Web Server), Microsoft Azure, IBM cloud इत्यादि.

आज आपने क्या सिखा

आज इस आर्टिकल क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या हैं इसके इतिहास, प्रकार और फायदे (हिन्दी नोट्स) – Cloud Computing in Hindi में मैंने आपको क्लाउड कम्प्यूटिंग के बारे में समझाने का प्रयास किया है। मुझे आशा है कि आप लोग समझ आया होगा। अगर आपको क्लाउड कम्प्यूटिंग से संबंधित और भी कोई जानकारी चाहिए तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। अगर यह आर्टिकल क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या हैं इसके इतिहास, प्रकार और फायदे (हिन्दी नोट्स) – Cloud Computing in Hindi आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों के साथ और सोशल मीडिया में शेयर जरूर करें।

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