Computer Number System in Hindi / कंप्यूटर में नंबर सिस्टम क्या है?
नंबर सिस्टम एक प्रकार का गणितीय मेथड है जिसका उपयोग करके कंप्यूटर सिस्टम डाटा/इनफार्मेशन को कोड में कन्वर्ट करता है। सभी कंप्यूटर डाटा को स्पेशल कोड के रूप में स्टोर करते है। इस स्पेशल कोड में डाटा को कन्वर्ट करने वाले मेथड को ही नंबर सिस्टम कहा जाता है।
Number System क्या है?
नंबर एक ऐसा गणितीय वस्तु होता है जिसका उपयोग हम गणना करने या किसी भी आंकड़े को प्रदर्शित करने में करते हैं। जैसे कि हम :- III इन लकीरों को 3 से भी प्रदर्शित कर सकते हैं। एक सिंगल symbol अंक (Digits) कहलाता है। जैसे – 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 और अंक (Digits) मिलकर Numbers बनाते है जैसे – 11 , 12 , 124 आदि |
“संख्याओं को रिप्रेजेंट करने और काम करने तकनीक को नंबर सिस्टम कहते है”
computer Number System in Hindi
कंप्यूटर में नंबर सिस्टम क्या है?
जब हम एक दूसरे के साथ आपस में बातचीत करते हैं तो वह शब्दों और वर्णों से युक्त रहता है क्योंकि हम संख्या वर्ण और शब्द को समझ सकते हैं लेकिन इस प्रकार की भाषा को कंप्यूटर नहीं समझता वह केवल संख्याओं को ही समझता है।
कंप्यूटर प्रत्येक प्रतीक, संख्या और वर्ण को एक संख्यात्मक मान देता है इसलिए जब हम कंप्यूटर में किसी भी प्रकार के निर्देश या डाटा को भेजते हैं तो language translator उसे बायनरी लैंग्वेज (0,1) में कन्वर्ट कर देता है। लैंग्वेज ट्रांसलेटर एक सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है, जो कि कंप्यूटर में पहले से मौजूद रहता है।
नंबर सिस्टम का प्रयोग कंप्यूटर में सूचना को प्रदर्शित करने के लिए करते है जब हम कोई Letter या word टाइप करते हैं तो वह उसे नंबर में बदल देता है क्योंकि कंप्यूटर केवल नंबर भाषा को है समझ पाता है। इस प्रकार कंप्यूटर केवल numeric भाषा को समझता है चाहे वह कोई भी कैरेक्टर, नंबर, सिंबल, ऑडियो, वीडियो, ग्राफिक्स हो।
नंबर सिस्टम कितने प्रकार के होते है?
नंबर सिस्टम को दो प्रकार में बाँटा गया है जिसे 4 सब केटेगरी में बाँटा गया है जिनकी जानकारी हम निचे दे रहे है।
Non Positional Numbe System क्या है?
जिस नंबर सिस्टम में नंबर के position को change करने पर उसके value में कोई changes नहीं होता है. इस प्रकार के नंबर सिस्टम को नॉन-पोजीशनल नंबर सिस्टम कहते है।
आप उपर में दिए गए चित्र से समझ सकते है की नंबर के पोजीशन को बदलने पर उसके वैल्यू में कोई बदलाव नहीं होगा। नॉन-पोजीशनल नम्बर सिस्टम का उपयोग पुराने समय में किया जाता था अब इसका उपयोग नहीं होता है।
Positional Numbe System क्या है?
जिस नम्बर सिस्टम में नंबर के position को change करने पर उसके value में कोई changes हो जाता है. इस प्रकार के नंबर सिस्टम को नॉन-पोजीशनल नंबर सिस्टम कहते है।
आप उपर में दिए गए चित्र से समझ सकते है की नंबर के पोजीशन को बदलने पर उसके वैल्यू में भी बदलाव होता है।
पोजीशनल नंबर सिस्टम के प्रकार
Positional Number System को चार केटेगरी में बाँटा गया है। जिनकी जानकारी हम विस्तार से निचे दे रहे है।
- बाइनरी नंबर सिस्टम (Binary)
- ऑक्टल नंबर सिस्टम (Octal)
- डेसीमल नंबर सिस्टम (Decimal)
- हेक्सा- डेसीमल नंबर सिस्टम (Hexa-Decimal)
1. बाइनरी नंबर सिस्टम (Binary)
बाइनरी नंबर सिस्टम का बेस 2 होता है। इस नंबर सिस्टम में केवल 2 अंक (0,1) होते है जिसे बाइनरी बिट कहा जाता है। किसी भी बाइनरी अंक को बनाने में 0 और 1 का उपयोग होता है।
डिजिटल कंप्यूटर अपना डाटा केवल बायनरी नंबर में हीं प्रदर्शित करता है। इसमें केवल दो ही नंबर (0,1) होते हैं इसलिए इसे बाइनरी नंबर सिस्टम कहते हैं। इसमें 0 का मतलब बिजली के बहाव की स्वीकृति नहीं है और 1 का मतलब बिजली के बहाव की स्वीकृति हैं। बाइनरी नंबर सिस्टम का उपयोग ज्यादातर मशीन लैंग्वेज में करते हैं इसलिए machine लैंग्वेज को binary लैंग्वेज भी कहा जाता है।
चलिए एक उदाहरण देखते हैं यह 1100110 एक binary number है क्योंकि इसमें केवल 0 और 1 नंबर का ही उपयोग किया गया है।
EXAMPLE:-
(11)2
(10101)2
(10001)2
इसमें सिंगल बायनरी नंबर (0,1) को एक bit कहा जाता है और 4 bits को nibble कहा जाता है और आठ bits को byte कहा जाता है।
कंप्यूटर, मेमोरी को कितने बिट्स में स्टोर कर सकता है उसके लिए मेमोरी क्षमता रूपांतरण के लिए एक चार्ट बनाया गया है जो नीचे में दिया गया है।
UNIT | Value |
---|---|
1bit | 0 or 1 (only 1 value) |
1 byte (B) | 8 bits |
1 Kilobytes (KB) | 1024 bytes |
1 Megabyte (MB) | 1024 KB |
1 Gigabyte (GB) | 1024 MB |
1 Terabyte (TB) | 1024 GB |
1 Petabyte(PB) | 1024 TB |
1 Exabyte (EB) | 1024 PB |
1 Zettabyte (ZB) | 1024 EB |
1 Yottabyte (YB) | 1024 ZB |
2. ऑक्टल नंबर सिस्टम (Octal)
ऑक्टल नंबर सिस्टम का बेस 8 होता है। इसमें 8 डिजिट का उपयोग किया जाता है जिसमे 8 अंक (0,1,2,3,4,5,6,7) को शामिल किया गया है।
कंप्यूटर के फील्ड में ऑक्टल नंबर सिस्टम का बहुत अधिक उपयोग होता है।
EXAMPLE:-
(0152)8
(2315)8
(2312)8
3. डेसीमल नंबर सिस्टम (Decimal)
Decimal Number System का बेस 10 होता है इसमें 10 संख्या (0,1,2,3,4,5,6,7,8,9) को शामिल किया गया हैl
डेसिमल नंबर सिस्टम का उपयोग आप और हम अपने दैनिक जीवन में करते हैं। इसमें किसी भी संख्या को प्रदर्शित करने के लिए 10 अंक का प्रयोग किया जाता है जो इस प्रकार हैं – 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, तथा 9 अंक। डेसिमल नंबर सिस्टम में लिखे गए प्रत्येक अंक का एक स्थानीय मान होता है जिसे गुणक, सैकड़ा, हजार, दहाई तथा इकाई इत्यादि के नाम से जानते हैं। इसकी minimum वैल्यू 0 होती है और maximum वैल्यू 9 होती हैl
इस नंबर system में आने वाले numbers के उदहारण 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 इन सभी digits से ही बने हुए नंबर, decimal number की श्रेणी में आते हैं इसके निचे कुछ उदहारण हैl
EXAMPLE:-
(9356)10
(182)10
(5432)10
4. हेक्सा-डेसीमल नंबर सिस्टम (Hexa-Decimal)
Hesadecimal number System का बेस 16 होता है इसमें 16 संख्या (0,1,2,3,4,5,6,7,8,9,A,B,C,D,E,F ) को शामिल किया गया है।
इसे Hexa Decimal नंबर इसलिए कहा जाता है क्योंकि Hexa का मतलब 6 होता है और डेसिमल का मतलब 10 होता है। hexadecimal number system मैं 16 सिंबल होते हैं जिसमें 10 अंक और 6 letters होते हैं जो इस प्रकार 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, A, B, C, D, E, तथा F.
हेक्सा डेसीमल नंबर सिस्टम में उपयोग होने वाले अल्फ़ाबेट लैटर को निम्न रूप में रिप्रेजेंट करते है।
- 10 को A
- 11 को B
- 12 को C
- 13 को D
- 14 को E
- 15 को F
इसका आधार 16 है क्योंकि इसमें 16 alphanumeric वैल्यू है। इसे alphanumeric system भी कर सकते हैं क्योंकि इसमें अंक और लेटर का समावेश है हम संख्यात्मक अंकों के साथ साथ अक्षरों का उपयोग भी कर सकते हैं।
EXAMPLE:-
(435A)16
(FE63)16
(A1CD)16
Note – किसी भी नंबर सिस्टम को किसी दूसरे नंबर सिस्टम में Conversion कर सकते हैं यानी एक नंबर सिस्टम को दूसरे नंबर सिस्टम में कन्वर्ट कर सकते हैं इसके लिए कुछ मेथड होते हैं जिसका इस्तेमाल करके Conversion किया जा सकता है, इसके बारे में नीचे मे दिया गया है जैसे:-
- Decimal to Binary
- Decimal to Octal
- Decimal to Hexadecimal
- Octal To Decimal
- Hexadecimal to Decimal
- Binary to decimal
- octal to binary
- Binary to octal
- Hexadecimal to binary
- Binary to hexadecimal
FAQ
नंबर सिस्टम कितने प्रकार के होते हैं?
नंबर सिस्टम मुख्य रूप से 4 प्रकार के होते है जिसमें बाइनरी नंबर सिस्टम जिसका बेस २, ऑक्टल नंबर सिस्टम जिसका बेस 8, डेसीमल नंबर सिस्टम जिसका बेस 10 और हेक्सा डेसीमल नंबर जिसका बेस 16 शामिल है।
कंप्यूटर में नंबर की कितनी होती है?
कंप्यूटर केवल बाइनरी डिजिट को समझता है. बाइनरी नंबर सिस्टम में केवल दो संख्या (0,1) होते है. कंप्यूटर के सारें इनफार्मेशन और डाटा 0 और 1 के रूप में स्टोर रहता है.
16 अंकों के नंबर सिस्टम का क्या नाम है?
16 संख्या वाले नंबर सिस्टम को हेक्सा डेसीमल नंबर सिस्टम कहा जाता है. इस नंबर सिस्टम का बेस 16 होता है क्योकिं इसमें 16 संख्या (0,1,2,3,4,5,6,7,8,9,A,B,C,D,E,F) शामिल है.
बाइनरी सिस्टम में कितने अंक होते हैं?
बाइनरी नंबर सिस्टम में केवल 2 अंक होते है. बाइनरी नंबर सिस्टम को 0 और 1 के रूप में रिप्रेजेंट किया जाता है. इसके उदाहरण 001010, 010101,11000,11100 इत्यादि है.
तो दोस्तों उम्मींद करता हु यह लेख नंबर सिस्टम क्या है? ( computer number system in hindi), नंबर सिस्टम के प्रकार ( types of number System in hindi), बाइनरी नंबर सिस्टम, ऑक्टल नंबर सिस्टम, डेसीमल नंबर सिस्टम, हेक्सा डेसीमल नंबर सिस्टम आपको बहुत पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख ( Operating System kya hai ) पसंद आया हो तो लाइक करें। लोगो को शेयर करें।
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