हाई लेवल लैंग्वेज क्या हैं? परिभाषा और उदाहरण (हिन्दी नोट्स) – What is High Level Language in Hindi

High Level Language in Hindi

यह एक प्रोग्रामिंग भाषा हैं जिसको user या प्रोग्रामर आसानी से समझ जाता हैं. ये इंग्लिश लैंग्वेज में बनी भाषा हैं। पर कंप्यूटर नहीं समझ पाता हैं. इसलिए high level language में लिखे प्रोग्राम को ट्रांसलेट किया जाता हैं. 0 और 1 के फॉर्म में – जिससे computer असानी समझ सकता हैं की प्रोग्रामर ने क्या इंस्ट्रक्शन दिए हैं प्रोग्राम में।

High Level Language in Hindi
हाई लेवल लैंग्वेज क्या हैं? परिभाषा और उदाहरण (हिन्दी नोट्स) – What is High Level Language in Hindi 10

हाई लेवल लैंग्वेज में कंप्यूटर के लिए ट्रांसलेटर का use किया जाता हैं जिसे हम कंपाइलर या इंटरप्रेटर कहते है. ये हाई लेवल लैंग्वेज को 0 और 1 के फॉर्म में कन्वर्ट करता हैं.

कम्प्यूटर सिर्फ एक ही लैंग्वेज समझता हैं बाइनरी लैंग्वेज, जिसमे प्रोग्राम लिखना बहुत कठिन था। इसलिए हाई लेवल लैंग्वेज का use किया गया, ये English language में है जिससे की इसमें error खोजना और प्रोग्राम करना आसान हो जाता हैं।

कम्प्यूटर में प्रयोग की जाने वाली वह भाषा जिसमे अंग्रेजी अक्षरो, संख्याओ एवं चिन्हो का प्रयोग करके प्रोग्राम लिखा जाता है, उसे उच्चस्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा कहा जाता है।

उच्च स्तरीय भाषा का उपयोग सबसे पहले 1950 में किया गया था, तब से लेकर आज तक इसका उपयोग पूरी दुनिया में किया जा रहा हैं। इससे कम्प्यूटर प्रोग्राम काफी सरलता से लिखें जा सकतें है।

High Level Language in Hindi

High-level language में लिखे गए प्रोग्राम्स को चलाने के लिए Compiler का प्रयोग किया जाता है जो की इन High-level language के कोड्स को Low-level programming language और Machine-level language में कन्वर्ट कर देता है और उसके बाद CPU इन्हें आसानी से execute कर सकता है।

कम्प्यूटर में प्रयोग की जाने वाली वह भाषा जिसमे अंग्रेजी अक्षरो, संख्याओ एवं चिन्हो का प्रयोग करके प्रोग्राम लिखा जाता है, उसे उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा कहा जाता है।

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हाई लेवल लैंग्वेज के फायदे (Advantage)

  • Programmer friendly language
  • Easytoun derstand
  • Portable
  • Easytomodify
  • Easytodebug
  • Example-c, c+ +, Java, pythonic.
  • इस प्रोग्रामिंग भाषा में गलतियों की संभावना कम होती हैं।
  • इस प्रोग्रामिंग भाषा में सामान्य अंग्रेज़ी भाषा का उपयोग किया जाता हैं, जो समझने और प्रोग्राम करने में आसान होता हैं।
  • प्रोग्राम लिखने में आसनी होती है।

हाई लेवल लैंग्वेज के हानि (Disadvantages)

  • अधिक समय और अधिकमैमोरी लेता हैं एक्जिक्यूट करने में।
  • हाईलेवल लैंग्वेज, लो लेवल लैंग्वेज की तुलना में slow होता हैं।
  • सोर्स कोड को मशीन कोड में बदलने में अधिक समय लगता हैं।
  • Hardware के साथ डायरेक्ट interaction नहीं होता हैं।
  • इसमें coding के लिए किसी ट्रेंड प्रोग्रामर की जरूरत पड़ती हैं कोई भी आसनी से इसे ऑपरेट नहीं कर सकता।

हाई लेवल लैंग्वेज के प्रकार (Types)

हाईलेवल लैंग्वेज दो प्रकार के होते हैं।

  1. Compiled language
  2. Interpreted language

1.) Compiled language –

ये एक ऐसा लैंग्वेज हैं जो की सोर्स कोड को बदलता हैं मशीन कोड़ में । और ये एक साथ पूरे प्रोग्राम को बदलता हैं एक बार में। इस कारण इसे बहुत कम समय लगता हैं। इसमें पूरे कोड को कन्वर्ट करने के बाद एरर होगा तो उसका पता चलता है। ये ज्यादातर c, c++ language में use किया जाता हैं।

2.) Interpreted language –

ये एक ऐसा लैंग्वेज हैं जो कि सोर्स कोड को मशीन कोड में कन्वर्ट करता हैं लेकिन ये एक एक लाइन को कन्वर्ट करते जाता है, एक साथ कन्वर्ट नहीं करता। इसी वजह से इसे बहुत ज्यादा टाइम लगता हैं इस प्रोसेस को करने में। इसमें हर लाइन को चेक करते है जिससे एरर शुरू में ही पता चल जाता हैं। तो आगे दिक्कत नहीं आती हैं। ये इंटरप्रेटर ज्यादातर java में use किया जाता हैं।

निम्न स्तरीय भाषा और उच्च स्तरीय भाषा में अंतर (difference)

High-level languageLow-level language
इसको आसनी से लिखा,पढ़ाऔर समझा जा सकता हैं क्योंकि ये English language में होता हैं जो कि प्रोग्रामर के लिए understandable होता हैं।इसको समझना मुश्किल हैं क्योंकि ये मशीन कोड में होता हैं अर्थात ये बाइनरी लैंग्वेज में 0/1 के फॉर्म में होता हैं।
ये इंग्लिश लैंग्वेज में होने के कारण ये यूजर friendly language हैं।ये बाइनरी में होने के कारण ये मशीन friendly language हैं।
इसमें कोई भी error आता हैं तो उसे खोजना और ठीक करना आसान होता हैं।इसमें error खोजना और ठीक करना बहुत मुश्किल होता हैं।
इसके कोड को कंपाइल करने की जरूरत होती है क्यों किये English language में होता हैं तो इसे compiler या इंटर प्रेटर की मदद सेकन्वर्ट किया जाता है।जिसकी वजह से ये बहुत समय लेता हैं।ये पहले से ही machine code में होता हैं तो इसे किसी भी language में कन्वर्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती हैं।

प्रोग्राम क्या हैं?(what is program in hindi)

प्रोग्राम एक ग्रुप ऑफ कोड है, अर्थात् एक तरह का कोडिंग का समूह हैं जिसके जरिए हम किसी टास्क को परफॉर्म करते हैं। computer में किसी special task को करने के लिए कुछ set of codes लिखते हैं. जिसके जरिए वो काम किया जाता हैं. जिसे ही प्रोग्राम कहते हैं। जिससे कोई specific task को perform किया जा सके।

Computer में किसी प्रोग्राम को बनाने के लिए अलग अलग प्रकार के भाषा का उपयोग किया जाता हैं जिसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कहते हैं। साथ ही साथ कुछ फंक्शन बनाए गए हैं तथा कुछ ऑपरेटर्स हैं जिनकी सहायता से प्रोग्रामर प्रोग्राम को लिखता हैं।

प्रोग्रामर क्या हैं?(what is programmer in hindi)

प्रोग्रामर वह व्यक्ति हैं जो प्रोग्राम लिखता हैं, तथा जिसे पूर्ण रूप से प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का ज्ञान होता हैं जिसकी मदद से वो बड़े से बड़ा तथा complex coding वाला प्रोग्राम भी आसनी से बना लेता हैं। प्रोग्रामर एक बहुत ही जरूरी व्यक्ति होता है. प्रोग्रामिंग के लिए क्योंकि हर कोई programing नही कर सकता उसके लिए उसका ज्ञाता होना जरूरी हैं. ताकि वो अच्छे से प्रोग्रामिंग की complexity को दूर करके तथा program में आने वाले error को खोज के solve कर सके। इसलिए ये एक बहुत ही important person होता है. जो की programing के लिए hire किया जाता हैं। इसे बहुत knowledge होता है प्रोग्रामिंग से related

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इंटरप्रेटर क्या हैं?(what is interpreter?)

इंटरप्रेटर एक प्रकार का translator है. जो को सोर्स कोड को machine कोड में कन्वर्ट करता हैं। ये सोर्स कोड को line by line ट्रांसलेट करता है अर्थात ये एक एक लाइन को अलग अलग ट्रांसलेट करता हैं जिससे कोई भी error रहता हैं वो तुरंत पता चल जाता है और solve कर लिया जाता हैं। इंटरप्रेटर memory में कम space लेता है. जिससे की program में काम करते समय memory space बचा रहता हैं।

interpreter ke kary
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प्रोग्राम को लिखने से पहले इंटरप्रेटर को memory में लोड कर दिया जाता हैं. जिससे जैसे जैसे program करते जाते हैं, इंटरप्रेटर उसको चेक करते जाता है एक एक लाइन और फिर उसे कन्वर्ट करते जाता हैं मशीन कोड में।

Compiler क्या हैं?(what is compiler in hindi)

कंपाइल एक software program हैं जो की सोर्स कोड को मशीन कोड में कन्वर्ट करता हैं। ये एक साथ पूरे कोड को कन्वर्ट करता हैं जिससे की last में error check होता हैं और अगर error दिखा तो last में उसको solve करना पड़ता हैं। ये भी एक कोड कनवर्टर के जैसा काम करता हैं।

what is compiler in hindi
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जब हम computer को कुछ command देते हैं process करने के लिए, तब हम कुछ set of instructions-program लिखते हैं English language जैसे की c, c++, Java इत्यादि में जो की English में ही होती है और एक Language Translator की जरुरत होती है उसे convert करने के लिए binary language में जिससे की एक computer उसे आसानी से समझ सके. ऐसे में इस स्थान में Complier का इस्तमाल किया जाता है, जो की high level language को machine language में convert करता है.।

असेंबलर क्या है? – what is assembler in Hindi

असेंबलर एक तरीके का system software है जो की असेंबली लैंग्वेज को मशीन लैंग्वेज में कन्वर्ट करता हैं। इसे हम machine dependent भी कहते हैं क्योंकि जो हमारी असेंबली लैंग्वेज होती हैं वो भी मशीन डिपेंडेंट होती हैं। इसकी help से computer में आसनी से input/output operation परफॉर्म कर सकते हैं।

Assembler in hindi
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जहाँ कम्पाइलर source कोड को assembly code में बदलता हैं वहीं assembler, assembly codes को मशीनी कोड्स में बदलने का कार्य करता हैं। यह अपनी कार्य प्रणाली में binary code के रूप में output प्रदान करता हैं।

assembly language in hindi
assembly language in hindi

हाई लेवल लैंग्वेज के 10 उदाहरण (Example)

वर्तमान में बहुत से हाई लेवल लैंग्वेज उपलब्ध है जिनमे से मुख्य की जानकरी निचे दे रहे है.

  • Fortran
  • COBOL
  • विसुअल बेसिक (Visual Basic)
  • पास्कल (Pascal)
  • पी एच पी (PHP)
  • सी लैंग्वेज (C)
  • सी++ (C++)
  • जावास्क्रिप्ट (JavaScript)
  • पाईथन (Python)
  • जावा (JAVA)
  • C#

फॉरट्रान (Fortran)

इस language को 1950 में IBM द्वारा बनाया गया था , ये एक जनरल पर्पज प्रोग्रामिंग भाषा हैं। ये भाषा साइंटिफिक और इंजीनियरिंग applications के लिए बनाया गया था ताकि इनसे related प्रोग्राम आसनी से बनाया जा सके। इसमें बहुत ज्यादा फीचर्स नहीं थे शुरू में। अब 2018 में इसका नया वर्जन आया हैं जो की high performance के लिए use किया जा रहा हैं जैसे फिजिक्स system, astrophysics आदि में। यह बहुत ही fast programing language हैं। ये कुछ features को सपोर्ट करता हैं जैसे –

  • array प्रोग्रामिंग
  • मॉड्यूलर प्रोग्रामिंग
  • Numerical analysis और साइंटिफिक कम्प्यूटिंग
  • ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग
  • जेनेरिक प्रोग्रामिंग
  • High performance computing on supercomputers
  • Concurrent programing etc

कोबोल (COBOL)

इसका पूरा नाम हैं- common business oriented language .यह एक High Level Language हैं। जो की कॉमन बिजनेस पर्पज को पुरा करने के लिए बनाया गया था। इसके कोड की संरचना अंग्रेजी अक्षरों जैसी होती हैं। जिस कारण इसे User Friendly Language भी कहा जाता हैं इसे easily understand किया जा सकता हैं english में होने की वजह से। इसका विकास 1959 में CODASYL द्वारा किया गया। Cobol प्रोग्राम अकेले run नही कर सकते इन्हे JCL  की आवश्यकता पड़ती हैं।

COBOL के फीचर्स

  • Business oriented (ये बिजनेस के लिए बना था ये सबसे पहले डिफेंस के लिए use किया गया था।)
  • Standard language
  • Robust language
  • Structured language

विसुअल बेसिक (Visual Basic)

ये एक third generation event ड्रिवन प्रोग्रामिंग भाषा हैं। अर्थात् event मतलब यूजर द्वारा किया गया कोई भी एक्शन, इसके हिसाब से काम करता हैं विजुअल बेसिक लैंग्वेज। इसका first वर्जन 1991 में release हुआ था। ये basic language से derived हुईहैं। यह एक सामान्य विशेषताओं से पूर्ण High Level Language हैं। जिसका उपयोग अनेकों विशेषताओं से पूर्ण GUI (Graphic User Interface) Applications को तैयार करने के लिए किया जाता हैं। इसके अंदर Visual और Basic दोनों प्रकार के गुण होते हैं।

पास्कल (Pascal)

ये एक general purpose , हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषा हैं जिसे Nicklas Wirth ने develop किया था। इसका जो नाम है pascal ये एक फ्रेंच मैथेमेटिशियन साइंटिस्ट और फिलोसोपर Blaise Pascal को सम्मान देने के लिए जिन्होंने पहला मैकेनिकल कैलकुलेटर बनाया था जिसे Pascaline के नाम से जाना जाता है जिसे 1642 में बनाया गया था।

पी एच पी (PHP)

ये एक server site स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज हैं ये पुरा काम सर्वर साइट पे करता हैंडायनामिक वेबसाइट या डायनेमिक page बनाने के लिए इसका use किया जाता हैं। PHP (Hypertext Preprocessor) प्रोग्रामिंग भाषा का विकास 1994 में Rasmus Laird द्वारा किया गया था। PHP Coding को अप्लाई करने के लिए File Extension .php का उपयोग किया जाता हैं। किसी डायनामिक वेबसाइट को बनाने में इसका उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता हैं। फेसबुक भी php में लिखा गया था।

Php एक interpreted की गई भाषा हैं जिसको कंपाइल करने की जरूरत नहीं पड़ती हैं। ये बाकी लैंग्वेज की तुलना में fast है। php को html में एंबेडेड किया जा सकता हैं ये एक object oriented programming language हैं तथा ये एक open source स्क्रिप्टिंग भाषा हैं।

सी लैंग्वेज (C)

C- यह प्रोग्रामिंग भाषा मे सबसे लोकप्रिय और अधिक उपयोग की जाने वाली भाषा हैं। इसका उपयोग ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) बनाने वाली प्रोग्रामिंग भाषा के विकास के लिए किया जाता हैं। C Programming भाषा का विकास 1972 मे Dennis Ritchle द्वारा किया गया था। इस प्रकार की भाषा को सरलता से सीखा जा सकता हैं क्योंकि इसके कोड की संरचना सामान्य होती हैं।इन कॉड्स में निम्न स्तरीय भाषा और उच्च स्तरीय भाषा दोनों की विशेषताएं पाई जाती हैं।

C लैंग्वेज बहुत ही पॉपुलर, flexible or simple language हैं।ये एक compiled language हैं। operating system बनाने में c प्रोग्राम का सबसे अधिक उपयोग किया जाता हैं।ये end user द्वारा use किया जाने वाला प्रोग्रामिंग भाषा हैं।

सी++ (C++)

कोड का उपयोग Software बनाने के लिए अधिक मात्रा में किया जाता हैं। इस भाषा का विकास 1980 में Bjarne Stroustrup द्वारा किया गया था। यह कई हद तक C प्रोग्रामिंग भाषा के जैसी ही हैं लेकिन इसमें उससे थोड़ी अधिक मात्रा में काम किया जा सकता हैं। जैसे – Object-oriented Programming, Type Checking आदि। जिस कारण इसे C++ नाम दिया गया हैं। इसमें पॉलिमोर्फिज, dynamic binding, classes, inheritance को support करता हैं।

ऑब्जेक्ट के बिच बोलचाल के लिए Massage पासिंग विधि से बाहरी सिस्टम के बिच बातचीत करना आसान है।

जावास्क्रिप्ट (JavaScript)

जावास्क्रिप्ट एक स्क्रिप्टिंग भाषा हैं जिस कारण इसे JavaScript Language कहा जाता हैं। इस भाषा का विकास 1990 के दशक में Netscape Navigator वेब ब्राउज़र के लिए विकसित किया गया था। इसका उपयोग डायनामिक वेबसाइट मोबाइल एप्पलीकेशन, एनिमेटिड ग्राफ़िक्स और गेम्स बनाने के लिए किया जाता हैं। इसका उपयोग किसी वेबसाइट की गति बढ़ाने या उसकी लोडिंग स्पीड को कम करने के लिए भी किया जाता हैं। इसका उपयोग वेब पेज को डिजाइन करने के लिए HTML और CSS के साथ किया जाता हैं।

पाईथन (Python)

इस language को 1980 में python software foundation के द्वारा शुरू किया गया। इसकी coding को किसी दुसरे platform में भी चलाया जा सकता हैं जैसे Linux या mac में भी। इसका उपयोग आजकल नए software बनाने में बहुत अधिक किया जाता हैं। यह बाकी programing language की तुलना में बहुत easy है इसे समझना आसान हैं। आधुनिक समय में ये एक लोकप्रिय भाषा हैं।

Python का use Website building, App development, Machine learning, Data analysis, Web scraping और Natural language processing जैसे कार्यो में किया जाता है. पाइथन को general purpose programming language. python एक interpreted language भी है, इसका अर्थ हुआ पाइथन में लिखे गये program को चलाने से पहले compiled करने की जरूरत नही होती है.

पाइथन भाषा modules और packages के उपयोग का समर्थन करती है. आसान शब्दों में समझे तो python program को एक modular style में design कर सकते है और इसके code को कई प्रकार के दूसरे project में पुनः उपयोग किया जा सकता है.

जावा (JAVA)

इस उच्च स्तरीय भाषा का विकास 1995 में Sun-micro System द्वारा किया गया था। इस प्रकार के कोड का उपयोग आज के समय मे भी अधिक मात्रा में सॉफ्टवेयर प्रोग्राम के निर्माण के लिए किया जाता है। हम जावा कोड को किसी भी प्लेटफॉर्म में अपनी आवश्यकता अनुसार अप्लाई कर सकते हैं।

इस प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग Banking Software, Information Software, Android Software जैसे निर्माण के लिए किया जाते रहा हैं। ये एक pure object oriented programming language है। ये multiple inheritance को सपोर्ट करता हैं। आजकल सबसे लोकप्रिय प्रोग्रामिंग भाषा हैं।

C#

यह एक आधुनिक प्रोग्रामिंग भाषा हैं जिसका विकास 1999 में Anders Hejlsberg और उनके साथियों ने किया था जो कि एक Software Engineer थे। C# एक Object-oriented Programming Language हैं। जिसका उपयोग किसी सॉफ्टवेयर के विकास के लिए किया जाता हैं।

# को CLI (common language runtime) लैंग्वेज की तरह ही specify किया जाता है। यह Microsoft के.net platform में काम करता हैं।

यह भी पढ़े:-

FAQ

उच्च स्तरीय भाषा क्या हैं?

हाई लेवल लैंग्वेज क्या हैं? परिभाषा और उदाहरण (हिन्दी नोट्स) – What is High Level Language in Hindi computervidya

उच्च स्तरीय भाषा को हम कंप्यूटर के हाई लैवेल का भाषा भी कहते है. हाई लैवेल भाषा बिल्कुल अंग्रेजी भाषा की तरह होता है.

हाई लेवल लैंग्वेज कौन कौन सी हैं?

हाई लेवल लैंग्वेज क्या हैं? परिभाषा और उदाहरण (हिन्दी नोट्स) – What is High Level Language in Hindi computervidya

हाई लेवल लैंग्वेज की सूची :-
विसुअल बेसिक (Visual Basic)
पास्कल (Pascal)
पी एच पी (PHP)
सी लैंग्वेज (C)
सी++ (C++)
Fortran
COBOL
जावास्क्रिप्ट (JavaScript)
C#
पाईथन (Python)
जावा (JAVA)

हाई लेवल लैंग्वेज कितने प्रकार के होते हैं?

programming language in hindi

वर्तमान में हाई लेवल लैंग्वेज बहुत प्रकार के उपलब्ध है जिसमे विसुअल बेसिक (Visual Basic), पास्कल (Pascal), पी एच पी (PHP),सी लैंग्वेज (C), सी++ (C++), Fortran, COBOL, जावास्क्रिप्ट (JavaScript), C#, पाईथन (Python), जावा (JAVA) इत्यादि शामिल है.

प्रथम उच्च स्तरीय भाषा कौन सी है?

Fortran (फॉरट्रान) प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को प्रथम उच्च स्तरीय भाषा के नाम से जाना जाता है. इस language को 1950 में IBM द्वारा बनाया गया था , ये एक जनरल पर्पज प्रोग्रामिंग भाषा हैं।

हाई लेवल लैंग्वेज के क्या फायदे हैं?

हाई लेवल लैंग्वेज में प्रोग्राम लिखना बहुत ही आसान होता है. क्योकिं इसमें अधिकतर इंग्लिश के कीवर्ड का उपयोग करके प्रोग्रामिंग लिखा जाता है जिससे प्रोग्रामर के लिए प्रोग्रामिंग करना बहुत आसान हो जाता है.

आज आपने सिखा:-

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