Top 10 cow dung business in india | गोबर से जुड़े 15 बेस्ट बिज़नस आइडियाज

 

Top 10 Cow Dung Business in India

दोस्तों! आज हम गोबर से जुड़े 15 बेस्ट बिज़नस आइडियाज (Top 10 cow dung business) के बारे में बात करेंगे। जिसमें गोबर से जुड़े 15 बिज़नस प्लान (cow dung business Plan) को समझायेंगे। साथ ही इस लेख में हम गोबर बिज़नस से जुड़े विभिन्न पहलु को जैसे cow dung Business Ideas एवम् gobar se business के बारें में बताऊंगा।

हाल ही में हरेली के दिन से छ.ग. सरकार ने खुले में चराई को बंद करने और कृषि के प्रति युवाओं के रूचि को बढ़ाने के उद्देश्य से ‘गोधन न्याय योजना’ की शुरूआत कर दी है, और इसके पहले ‘गौठान योजना’ और उसके पहले छ.ग. के चार चिन्हारी नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी से ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती को बढ़ावा दिया है। इन योजनाओं ने न सिर्फ गोबर के महत्व को बढ़ावा दिया है बल्कि मार्केट में गोबर से बिकने वाले प्रोडक्ट की डिमांड को भी बढ़ा दिया है। इस कारण गोबर से संबंधित बिजनेस करने वाले आज लाखों का इन्कम ले रहे है।

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आप गोबर से कौन-कौन से 15 बिजनेस कर सकते है। गोबर से बिजनेस करने के लिए कौन-कौन सी मशीनों (cow dung machine) की आवश्यकता होगी। तैयार माल को आप कहाँ सेल कर सकते है। प्रत्येक बिजनेस में आपकी लागत और मुनाफा कितनी होगी। तो दोस्तों आइये देखते है कि गोबर से 15 बिजनेस कौन-कौन से है-


गोबर से धुपगत्ती का बिजनेस

आजकल मार्केट में गोबर के धूपबत्ती का काफी डिमांड और चलन है। क्योंकि गोबर से बने होने के कारण मंदिरों और धार्मिक स्थलों और घरों में पूजा , हवन आदि के लिए गोबर के धूपबत्ती का उपयोग बढ़ गया है। गाय के गोबर से धूपबत्ती बनाना बहुत ही आसान है इसे आप छोटे-छोटे सांचो से या अधिक मात्रा में बनाने के लिए मशीनों का उपयोग कर सकते है। इसे 10 किलो गोबर में 5 किलो लकड़ी का बुरादा ,आधा किलोग्राम चंदन 10 टिकिया कपूर, 250 ग्राम सरसों जौ का आटा और 250 ग्राम गौमूत्र जो तीन बार उबला हो को मिक्स करके बनाया जाता है। 4 इंच की 15 स्टिक 30 से 40 रू में बिक जाती है।

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यदि आप भी गोबर से धूपबत्ती का बिजनेस (cow dung dhupbatti business) करना चाहते है और इसकी पूरी जानकारी चाहते है तो आप निचे दिए गए विडियो को जरुर देखें। क्योकिं इसमें हमने गोबर से धूपबत्ती का बिजनेस की पूरी जानकारी दी है।


गोबर से गमला का बिजनेस

गोबर का जो गमला बनता है वह मिट्टी और सीमेंट के गमला की अपेक्षा विशेष क्वालिटी का होता है क्योंकि गोबर का गमला हल्का, ताप नियंत्रक और वायु का वाष्पोत्सर्जक होता है। जो कि पौधे के वृद्धि एवं पोषण के लिए बेहतर है। साथ ही यदि किसी कारणवश गोबर का गमला टूट जाता है तो वह खाद के रूप में काम आ जाता है। गोबर का गमला मशीन से एक दिन में 500 गमला तैयार हो जाता है जिसे आप 20 से 25 रू़ में सेल कर सकते है।

यदि आप भी गोबर से गमला बनाने का बिजनेस (flower pot business) करना चाहते है और इसकी पूरी जानकारी चाहते है तो आप निचे दिए गए विडियो को जरुर देखें। क्योकिं इसमें हमने गोबर से गमला बनाने का बिजनेस की पूरी जानकारी दी है।


गोबर से दिये का बिजनेस

आजकल आप मार्केट में हल्की और विभन्न डिजाइनों में रंग-बिरंगी दिये देखते है। वो गोबर से बने होते है, इस गोबर दिये की डिमांड दूसरे राज्यों के साथ विदेशों में भी बहुत है। गोबर को छोटे-छोटे गोले के रूप में सूखाकर उसे बारीक पाउडर बना लिया जाता है। उस पाउडर में गोबरगम मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाकर किसी डिजाइन में आकार दे दिया जाता है। हल्की धूप या खुली छांव में सूखाकर उसे फेब्रिक कलर से पेंट करके मार्केट में आकार के अनुसार 1,2 या 3 रू में बेच कर अच्छा-खासा मुनाफा ले सकते है।

इस बिजनेस को महिलाएं ज्यादातर समूह के रूप में करती है। इस दिये में भी मिट्टी के दिये के समान ही गुण होते है साथ ही इसका वजन भी कम होता है। जो संस्थाएं मिट्टी के दिये को बिजनेस करते है उसको भी आप सेल कर सकते है। दिये को हाथ से बनाये जाते है लेकिन ज्यादा फिनिसिंग और अधिक मात्रा में शीघ्रता से बनाने के लिए आप सांचा या मशीन का भी उपयोग कर सकते है।

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गोबर से कागज का बिजनेस

यदि आपके पास 8 -10 लाख का बजट है। तो आप गवर्नमेंट की योजना के अनुसार आप 12 लाख के गोबर से पेपर बनाने का उद्योग लगाकर एक ही महिने में लाखों को इन्कम ले सकते है। इस प्रोजेक्ट में सरकार सब्सिडी भी देती है। यह प्रोजेक्ट दूसरे राज्यों में लग चुके है लेकिन छ.ग. में अभी ये यूनिक बिजनेस है यदि आप यह बिजनेस करते है। तो इसकी डिमांड मार्केट में बहुत ज्यादा है साथ ही आप पेपर से और भी बिजनेस कर सकते है। इस बिजनेस की एक और खासियत है। कि इस बिजनेस का कोई भी वेस्ट पर्यावरण को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुँचाता है।

यदि आप भी गोबर से कागज बनाने का बिजनेस करना चाहते है और इसकी पूरी जानकारी चाहते है तो आप निचे दिए गए विडियो को जरुर देखें। क्योकिं इसमें हमने गोबर से कागज बनाने का बिजनेस की पूरी जानकारी दी है।


गोबर से गोकाष्ट लकड़ी का बिजनेस

गोकास्ट की खोज के बाद जलाऊ पेड़ो को काटने की क्रिया में कमी आयी है विशेष दाह संस्कार में सबसे ज्यादा बिकने वाली उत्पाद है। साथ ही इसके धूएं से उस स्थान के समस्त रोगाणु,जीवाणु और विषाणु भी खत्म हो जाते है। साथ ही उस स्थान में शुद्ध वायु का प्रवाह हो जाता है। गोबर से गौकास्ट बनाना अन्य उत्पाद की तुलना में सबसे सरल है। गोबर को 3-4 दिन स्टाक करके उसके मायस्चर को कम करके गौकास्ट बनाने वाली मशीन के हापर में डाला जाता है। उसके बाद धूप में सूखने के बाद गोबर से गोकास्ट तैयार हो जाता है। मार्केट में इस गोकास्ट की कीमत 5-7 रू. /किलो है। 50000 की मशीन से आप एक दिन में 20 क्विंटल लकड़ी तैयार कर एक महिना में आप 1 लाख इन्कम ले सकते है।

यदि आप भी गोबर से गौकास्ट का बिजनेस करना चाहते है और इसकी पूरी जानकारी चाहते है तो आप निचे दिए गए विडियो को जरुर देखें। क्योकिं इसमें हमने गोबर से गौकास्ट का बिजनेस की पूरी जानकारी दी है।


गोबर से साबुन का बिजनेस

केमिकल सोप हमारी स्किन में चर्मरोग जैसी कई बिमारियो को आमंत्रित करती है, बल्कि इसके विपरित गोबरसोप अनेक रोगों से बचाव करती है। गोबर के साथ नीम के तेल, कपूर, हल्दी, सरसो का तेल, नारियल तेल और साइट्रिक एसिड को एक निश्चित अनुपात में मिलाकर गोबर सोप बनाया जाता है। गोबर सोप से चर्मरोग संबंधी अनेक समस्या के लिए बेहतर होता है। एक गोबर सोप को आप 25 से 35 रू. में बेचकर अच्छा-खासा इन्कम ले सकते है। गोबरसोप को आप होममेड भी तैयार कर सकते है। या फिर गोबरसोप बनाने की मशीन खरीद कर प्रोडक्शन कर सकते है।


गोबर से अगरबत्ती का बिजनेस

बाहर चरने वाली गाय के एक किलो गोबर में अगरबत्ती बनाने का मसाला को मिलाया जाता है, उसमें थोड़ा सा घी मिलाकर अच्छी तरह मिलाकर आवश्यक साइज में बनाकर अगरबत्ती तैयार किया जाता है । तैयार अगरबत्ती को धूप या खुली छांव में सूखाया जाता है। सूखने के बाद 10,12,15 या 20 अगरबत्ती के सेट मे पैकेट तैयार किया जाता है। मार्केट में 15 अगरबत्ती के पैकेट की कीमत 35 से 45 रू़ तक होता है।


गोबर से ईट का बिजनेस

गोबर से बनने वाली ईट ताप नियंत्रक,हल्का और रेडियेशन को कम करता है। साथ ही इकोफैंडली है। दोस्तो छ.ग. में ये बिजनेस एक यूनिक बिजनेस है, इस बिजनेस से आप अनियमित कमाई कर सकते है। इस बिजनेस की एक और खासियत है कि इस बिजनेस का कोई भी वेस्ट पर्यावरण को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुँचाता है। गोबर में जिप्सम,चूना,फ्लाईएश ,साइट्रिक एसिड को ईट बनाने के फार्मूला के अनुसार निश्चत अनुपात में मिलाकर ईट बनाया जाता है। जो लोग गोबर से ईट बनाने के मशीन सेल करते है वे फार्मूला के साथ ट्रेनिंग भी देते है। मार्केट में ये ईट 4 से 5 रू़. में सेल होती है।


गोबर से खाद का बिजनेस

गोबर खाद मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को बढ़ाने के साथ पर्यावरण से इकोफैंडली है। गोबर खाद से जो भी पौधा या फसल तैयार होता है। वह स्वास्थ्य के लिए लाभवर्धक है। जो कि विभिन्न बिमारियों से बचाती है। इसी कारण गोबर से बने खाद की डिमांड बहुत ज्यादा है। गोबर खाद को आप किसानों के अलावा नर्सरी वालों को, पौधारोपण करने वालों को और तुलसी, एलोविरा और सतावर जैसी औषधी पौधे की खेती करने वालों को सेल कर सकते है।

गोबर के मायस्चर को कम करके उसमें भूसी मिलाकर गोबर से खाद बनाने की मशीन से खाद बनाया जाता है। आप गोबर खाद बनाकर 10 रू./किलो में बेचकर अच्छा इन्कम ले सकते है।।


गोबर से वर्मी कंपोस्ट

गोबर को छायादार जगह पर 2-3 फूट ऊंचे किसी टंकी या गड्ढे को आवश्यकतानुसार लम्बाई – चौड़ाई देकर उसमें गोबर डालकर उसमें थोड़े से केंचुए डालकर जूट की बोरी या खरपतवार से ढ़क दिया जाता है। और समय – समय पर पानी का छिड़काव किया जाता है और 2 महिने के अंदर केंचुए गोबर से वर्मी कंपोस्ट में परिवर्तित कर देते है। वर्मी कंपोस्ट को आप 8-10 रू/किलो में सेल कर सकते है। गोधन न्याय योजना के तहत वर्मी कंपोस्ट को अब छ.ग. सरकार भी 8 रू/किलो से गौठानों में खरीदेगी।


गोबर से उपला (केक, कंडे)

दाल, रोटी, दूध घी और प्रसाद इत्यादि को गैस के बजाय कंडे से बनाने पर उनके गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आती है। इसके अलावा धार्मिक स्थलों और दाह संस्कार में गोबर के उपलों की विशेष उपयोगिता है। गोबर से उपला का बिजनेस बहुत पुराना है गोबर से उपले बनने के बाद उसको बेचने के लिए परिश्रम की आवश्यकता ही नही है। ग्राहक स्वयं ढूंढ़ता हुआ आता है और यदि आपको अधिक कीमत में बेचना है। अमेजान या फ्लिपकार्ट में 10-12 उपला को 50 रू. बिक जाती है।

ऑनलाइन सेलिंग के लिए ई-कॉमर्स में एकाउंट बनाना होता है। उपला बनाने के लिए किसी प्रकार की विशेष मशीन की आवश्यकता होती नहीं है। यदि आप चाहे तो सांचा से परफेक्ट सेफ और फिनिसिंग दे सकते है। गोबर से उपला बनने के बाद उसे धूप में रखने से एक सप्ताह में सूख कर तैयार हो जाता है।


साम्ब्रानी धूपबत्ती का बिज़नस

आजकल मार्किट में गोबर से साम्ब्रानी धूपबत्ती का खूब डिमांड और चलन है। क्योकिं यह गोबर से बनने के वजह से इसका विशेष महत्व है। हमारे देश में धार्मिक आस्था को विशेष महत्त्व दिया जाता है। अतः साम्ब्रानी धूपबत्ती का डिमांड मंदिरों, पूजा स्थलों एवं धार्मिक अनुष्ठानों में बहुत अधिक होता है। साम्ब्रानी धूपबत्ती को सांचे की सहायता से बनाया जाता है। अधिक मात्रा में प्रोडक्शन के लिए मशीन का उपयोग किया जाता है।

यदि आप भी साम्ब्रानी धूपबत्ती का बिज़नस करना चाहते है और इसकी पूरी जानकारी चाहते है तो आप निचे दिए गए विडियो को जरुर देखें। क्योकिं इसमें हमने साम्ब्रानी धूपबत्ती की पूरी जानकारी दी है।


गोबर से वैदिक प्लास्टर का बिज़नस

जयपुर में रोहतक के भारत कालोनी के डॉ शिवदर्शन में आयुर्वेद और साइंस का मेल करके वैदिक प्लास्टर को तैयार किया है। वैदिक प्लास्टर को गाय के गोबर से बनाया जाता है। वैदिक प्लास्टर गर्मियों के दिनों में टेम्प्रेचर को 8 से 10 डिग्री तक कम कर देता है। और सर्दी के दिनों में टेम्प्रेचर को 8 से 10 डिग्री तक बढ़ा देता है।

वैदिक प्लास्टर बनाने के प्रोसेस में 10 प्रतिशत गोबर और 70 प्रतिशत जिप्सम 15 प्रतिशत रेतीली मिटटी और 5 प्रतिशत ग्वारगम और निम्बू के रस के पाउडर को मिलाकर बनाया जाता है। यदि वैदिक प्लास्टर की सेल्लिंग की बात करें तो 30 रूपये प्रति वर्ग फिट की दर से मार्किट में बिक जाता है और इसका मार्किट में बहुत अधिक डिमांड है। वैदिक प्लास्टर का बिज़नस बहुत ही यूनिक बिज़नस आईडिया है। अतः आप भी इस बिज़नस को अपने एरिया में शुरू करके बहुत अच्छा प्रॉफिट ले सकते है।


गोबर गैस प्लांट का बिज़नस

यदि आप डेयरी का बिज़नस करते है या फिर पशुपालन करते है। और आपके पास अधिक मात्रा में गोबर उपलब्ध है तो आप गोबर गैस प्लांट शुरू करके अच्छी प्रॉफिट ले सकते है। गोबर गैस प्लांट से उत्पन्न गोबर गैस को अपने आस पास के घरों में सप्लाई करके इस बिज़नस की शुरवात कर सकते है।


गोबर से मच्छर क्वाइल का बिजनेस

केमिकल वाली क्वाइल बच्चों, बुजुर्ग के साथ युवाओं में श्वास संबंधी विभिन्न प्रकार के रोगों को आमंत्रिव करती है। लेकिन गोबर से जो क्वाइल बनती है वह 100 प्रतिशत हर्बल होने के कारण किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुँचाता है।गोबर में कपूर, और नीम का तेल से गोबर क्वाइल बनाया जाता है जो कि मार्केट केमिकल क्वाइल से कम कीमत में बेचकर भी ज्यादा मुनाफा लिया जा सकता है।

तो दोस्तों उम्मीद करते है कि इस पोस्ट गोबर से जुड़े 15 बेस्ट बिज़नस आइडियाज (Top 10 cow dung business in india) आपको जरुर पसंद आया होगा दोस्तों अगर यह पोस्ट (gobar se jude 15 best business) आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों को फेसबुक, व्हात्सप्प, इन्स्ताग्राम इत्यादि में शेयर करें और अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो पोस्ट के निचे कमेंट करना ना भूलें। धन्यवाद् !……

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