Cryptography in Hindi
नमस्कार दोस्तों Computervidya में आपका स्वागत है आज के इस पोस्ट में हम आपको What is Cryptography in Hindi (Cryptography Kya Hai) के बारें में विस्तार से बताएँगे साथ ही Types of Cryptography in Hindi (क्रिप्टोग्राफी के प्रकार) तथा इसके Advantage और Disadvantage के बारें में भी बतायेंगें।
दोस्तों वर्तमान समय में इन्टरनेट का उपयोग सभी कर रहे है ऐसे में आपको यह जानना अति आवश्यक है क्योकिं इन्टरनेट का उपयोग करते समय आप Cryptography का उपयोग करके अपने Personal और Confidential Data को सुरक्षित कर सकते है। और यदि आप जानना चाहते है की क्रिप्टोग्राफी क्या है? और इसके कितने प्रकार होते है तो इसके लिए आप हमारे इस पोस्ट को पूरा पढ़े।
क्रिप्टोग्राफी क्या है?- Cryptography in Hindi
क्रिप्टोग्राफी (Cryptography in Hindi) नेटवर्क का एक Security Method और इसके माध्यम से नेटवर्क में डाटा को Encrypt (इंक्रिप्ट) करके एक जगह से दूसरी जगह तक सिक्योरिटी के साथ Transmit किया जा सकता है। Cryptography में दो प्रकार के फंक्शन Encryption (इंक्रिप्शन) और Decryption (डिस्क्रिप्शन) परफॉर्म किए जाते हैं। Sender के द्वारा डाटा भेजते समय Encryption परफार्म किया जाता है तथा Receiver के साइड में डाटा रिसीव करने के लिए Decryption परफॉर्म किया जाता है। इंक्रिप्शन के माध्यम से सेंडर द्वारा भेजे जाने वाली डाटा को इंक्रिप्ट कर दिया जाता है अर्थात डाटा को Hash Algorithm के माध्यम से कोड में बदल दिया जाता है जो Unreadable Format में होता है। जिससे की डाटा यदि नेटवर्क में Hack (हैक) भी हो जाता है तो उसे Read नहीं किया जा सकता है।
क्रिप्टोग्राफी नेवोर्क का सुरक्षा मेथड है जिसके माध्यम से डाटा या इनफार्मेशन को नेटवर्क में सुरक्षित करके भेजा जाता है. इसके दो प्रकार है सममित और असममित क्रिप्टोग्राफी
क्रिप्टोग्राफी के माध्यम से नेटवर्क में भेजे जाने वाली डाटा को Authentication, Access Control, Data Confidentiality, Data Integrity और Non-repudiation इत्यादि प्रोवाइड किया जाता है अर्थात क्रिप्टोग्राफी की मदद से डाटा को नेटवर्क में एक जगह से दूसरी जगह पर सुरक्षित पहुंचाया जा सकता है।
जब नेटवर्क में किसी डिवाइस को डाटा ट्रांसमिट करने की जरूरत पड़ती है तब वह डाटा या मैसेज को टाइप करता है। टाइप किए गए मैसेज या डाटा को हैश एल्गोरिथ्म के माध्यम से अनरीडेबल कोड में कन्वर्ट कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया को ही इंक्रिप्शन कहा जाता है जोकि सेंडर के द्वारा परफॉर्म किया जाता है। और जो अनरीडेबल फॉरमैट में Data प्राप्त होता है उसे ही Cipher Text कहा जाता है। इस Cipher Text को नेटवर्क में Transmit कर दिया जाता है। और जब सेंडर साइड में सिफर टेक्स्ट पहुंचता है तो सेंडर के द्वारा सिफर टेक्स्ट पर डिक्रिप्शन स्किम लगाकर वापस प्लेन टेक्स्ट में बदल कर रिसीव कर लेता है। इस तरह क्रिप्टोग्राफी के माध्यम से डाटा को नेटवर्क में एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में सुरक्षित तरीके से पहुंचाया जा सकता है।
प्लेन टेक्स्ट क्या है – plain text in Hindi
Sender के द्वारा Transmit किए जाने वाले ओरिजिनल डाटा या मैसेज को जो Readable Format में होता है। उस डाटा को Plain Text (प्लेन टेक्स्ट) कहां जाता है।
सिफर टेक्स्ट क्या है – Cipher Text in Hindi
जब Sender के द्वारा डाटा को ट्रांसमिट करते समय Encryption के माध्यम से Plain Text को हैश कोड में Convert कर दिया जाता है । तब उस कन्वर्टेड कोड या डाटा को ही Cipher Textकहा जाता है। Cipher Text यूजर के लिए Readable नहीं होता है। Cipher Text को रीड करने के लिए वापस Plain Text में convert करना पड़ता है।
इन्क्रिप्शन क्या है – Encryption in Hindi?
Cryptography में जिस प्रक्रिया के द्वारा Sender साइड में Plain Text को Cipher Text में Convert किया जाता है। उस मेथड को ही Encryption (एन्क्रिप्शन) कहा जाता है। एन्क्रिप्शन Sender के द्वारा perform किया जाता है।
डाटा को एन्क्रिप्ट करने के लिए key का आवश्यकता होती है डाटा और key में Hash Algorithm लगाकर उन्हें एन्क्रिप्ट किया जाता है एन्क्रिप्टेड डाटा को रीड नहीं किया जा सकता है और यह एन्क्रिप्शन की प्रक्रिया sender के द्वारा परफॉर्म किया जाता है।
Decryption क्या है? (Decryption in Hindi?)
Cryptography में जिस Method के द्वारा Receiver साइड में Cipher Text को वापस Plain Text में बदल दिया जाता है उस मेथड को Decryption (डिक्रिप्शन) कहा जाता है। डिक्रिप्शन Receiver के द्वारा perform किया जाता है।
डाटा को डिक्रिप्ट करने के लिए key का आवश्यकता होती है डाटा और key में Hash Algorithm लगाकर उन्हें डिक्रिप्ट किया जाता है डाटा को डिक्रिप्ट करने पर वह plain text में वापस आ जाता है जिसके डाटा को रीड किया जा सकता है और यह डिक्रिप्शन की प्रक्रिया sender के द्वारा परफॉर्म किया जाता है।
- Ethernet क्या है? समझाइए।
- ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? और कैसे काम करता है?
- युपीएस क्या है? और कैसे काम करता है?
- स्टोरेज डिवाइस क्या है? इसके प्रकार और उदाहरण
- FDDI क्या है? समझाइए।
Explain Types of Cryptography
दोस्तों क्रिप्टोग्राफी को दो प्रकार में बांटा गया है जो निम्नलिखित है।
- Symmetric Key Cryptography (सममित एन्क्रिप्शन)
- Asymmetric Key Cryptography (असममित एन्क्रिप्शन)
Symmetric Key Cryptography
इस Cryptography को Shared key Cryptography एवम् Secret key Cryptography भी कहा जाता है। इस प्रकार के क्रिप्टोग्राफी में इंक्रिप्शन और डिस्क्रिप्शन एक ही Key के द्वारा परफॉर्म किया जाता है। जिसको Secret Key कहा जाता है।
Symmetric क्रिप्टोग्राफी में Sender जिस secret key के माध्यम से डाटा को Encrypt करता है उसी Secret key के माध्यम से Receiver डाटा को Decrypt करता है।
Asymmetric Key Cryptography
इस Cryptography को Public key Cryptography भी कहा जाता है। इस Cryptography में Encryption और Decryption दोनों अलग-अलग Key के माध्यम से Perform किया जाता है। एन्क्रिप्शन की प्रक्रिया में sender के Public Key का उपयोग होता है जबकि Decryption की प्रक्रिया में रिसीवर के प्राइवेट की का उपयोग होता है।
Features of Cryptography in Hindi – क्रिप्टोग्राफ़ी की विशेषताएँ
- नेटवर्क में डाटा को सुरक्षित तरीके से भेजा जा सकता है.
- डाटा को केवल वही एक्सेस कर सकता है जिसके पास key होगा.
- डाटा के चोरी होने का डर नहीं रहता हिया.
- डाटा को सेंड करने का सबसे सुरक्षित तरीका में से एक है.
FAQ
Cryptography से आप क्या समझते है?
क्रिप्टोग्राफी एक नेटवर्क सिक्यूरिटी मेथड है जिसके द्वारा नेटवर्क में भेजे जाने वाले डाटा को इन्क्रिप्त करके एक जगह से दुसरे जगह भेजा जाता है.
क्रिप्टोग्राफी क्या है और इसके प्रकार?
क्रिप्टोग्राफी एक नेटवर्क सिक्यूरिटी है जिसके दो प्रकार है.
1. Symmetric Key Cryptography (सममित एन्क्रिप्शन)
2. Asymmetric Key Cryptography (असममित एन्क्रिप्शन)
हिंदी कंप्यूटर नेटवर्क में क्रिप्टोग्राफी क्या है?
कंप्यूटर नेटवर्क में क्रिप्टोग्राफी एक प्रकार का नेटवर्क सुरक्षा विधि है. जिसके द्वारा डाटा को एक जगह से दुसरे जगह सुरक्षित तरीके से भेजा जाता है.
क्रिप्टोग्राफी क्यों जरूरी है?
डाटा को नेटवर्क में सुरक्षित तरीके से भेजने के लिए क्रिप्टोग्राफी बहुत जरुरी है. इसके माध्यम से डाटा या इनफार्मेशन को सुरक्षित तरीके से भेजा जाता है.
यह भी पढ़े:-
- Network क्या है?
- यूऍसबी क्या है और कितने प्रकार के है?
- CPU क्या है और कैसे काम करता है?
- आउटपुट डिवाइस क्या है?
- SMPS क्या है? इसके कार्य और प्रकार
- Computer क्या है? विस्तार से समझाइए।
यह भी देखें :-
तो दोस्तों उम्मीद करतें है की यह पोस्ट Cryptography in Hindi (Cryptography kya hai) आपको पसंद आया होगा अगर यह पोस्ट (Explain Cryptography in Hindi) आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों को शेयर करें और अगर आपका Cryptography in Hindi, Cryptography in Hindi, Cryptography in Hindi, Cryptography in Hindi, Cryptography in Hindi Cryptography in HindiCryptography in Hindi Cryptography in Hindi कोई सवाल या सुझाव हो तो पोस्ट के निचे कमेंट करना न भूले। धन्यवाद्!
इसी प्रकार के नए टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर नोट्स की हिन्दी में जानकारी और नए बिजनेस आइडियाज, स्टार्टअप आइडियाज के लिए मेरे YouTube चैनल computervidya और वेबसाइट nayabusiness.in में विजिट जरुर करें और अधिक जानकरी ले.