आज हम विस्तार से बात करेंगे की Input Device क्या है (What is Input Device in Hindi), आप में से अधिकतर लोग यह जरुर जानते होंगे की इनपुट डिवाइस क्या होता है लेकिन जिन लोगो को या जानकारी नहीं है उनके लिए ये बिल्कुल नया हो सकता है. आज हम आपको कंप्यूटर से जुड़े उन सभी पार्ट की जानकारी देंगे जो इनपुट डिवाइस के रूप में काम करता है. इनपुट डिवाइस के माध्यम से कंप्यूटर को इनपुट मिलता है.
वर्तमान में टेक्नोलॉजी रोजाना बदल रहा है जिनके चलते नए नए इनपुट डिवाइस मार्किट में आने लग गये है. हम वर्तमान में उपयोग होने वाले सभी इनपुट डिवाइस को शामिल करने का प्रयास करेंगे. नए-नए इनपुट डिवाइस के आने से रोजमर्रा लाइफ बहुत असान हो चूका है तो आइये जानते है इनपुट डिवाइस क्या है और कितने प्रकार के होते है.
इनपुट डिवाइस क्या है?
वे सभी डिवाइस जिनके माध्यम से कंप्यूटर को इनपुट दिया जाता है उन्हें इनपुट डिवाइस कहा जाता है. दुसरे शब्जैदों में कंप्यूटर को इनपुट देने के लिए जिन डिवाइस का उपयोग किया जाता है उसे इनपुट डिवाइस कहा जाता है. उदहारण: कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, माइक्रोफोन, टच स्क्रीन इत्यादि.
वे सभी एलेक्ट्रो मैकेनिकल डिवाइस जो यूजर से डाटा/इंस्ट्रक्शन लेकर बाइनरी कोड में कन्वर्ट करके कंप्यूटर को देता है उसे इनपुट डिवाइस कहा जाता है.
इनपुट डिवाइस के कार्य
वर्तमान में इनपुट डिवाइस विभिन्न प्रकार में उपलब्ध है. अलग-अलग डिवाइस के भिन्न भिन्न काम होते है. लेकिन यदि सैधांतिक रूप से देखे तो उनका कार्य करने का तरीका एक सामान होता है जिसकी जानकारी निचे हम दे रहे है.
- कंप्यूटर यूजर से इंस्ट्रक्शन (निर्देश ) को एक्सेप्ट करता है.
- यूजर से प्राप्त इंस्ट्रक्शन (निर्देश) को बाइनरी कोड में बदल देता है. इसका मुख्य कारण यह है की कंप्यूटर केवल बाइनरी कोड को समझता है.
- इनपुट डिवाइस से प्राप्त बाइनरी कोड को कंप्यूटर cpu (सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) को प्रोसेसिंग के लिए भेज देता है.
- cpu डाटा को प्रोसेस करके आउटपुट को मॉनिटर के माध्यम से डिस्प्ले (दिखाता) करता है.
अतः आप कह सकते है इनपुट डिवाइस का मुख्य कार्य कंप्यूटर का उपयोग करने वाले व्यक्ति से इनपुट लेना होता है. यूजर कीबोर्ड, माउस, स्कैनर इत्यादि डिवाइस से कंप्यूटर को इनपुट देता है.
इनपुट डिवाइस के प्रकार (Types of Input Device in Hindi)
इनपुट डिवाइस को दो केटेगरी में बाँटा गया है जिनकी जानकारी हम निचे दे रहे है.
- Primary Input Device (प्राथमिक)
- Secondary Input Device (द्वितीयक)
Primary Input Device (प्राथमिक)
वे सभी इनपुट डिवाइस जिनको कंप्यूटर में लगाना अनिवार्य होता है इनके बिना कंप्यूटर चालू नहीं होता है इसे प्राइमरी इनपुट डिवाइस कहा जाता है. आप जानते ही होंगे की कंप्यूटर में कीबोर्ड और माउस को हटा दिया जाये तो कंप्यूटर चालू नहीं होता है. इसलिए इन्हें Primary input device कहा जाता है.
उदाहरण: कीबोर्ड, माउस इत्यादि.
Secondary Input Device (द्वितीयक)
वे सभी इनपुट डिवाइस जिनको कंप्यूटर चालू करने के लिए लगाना अनिवार्य नहीं है उसे द्वितीयक इनपुट डिवाइस कहा जाता है. आप सभी जानते ही होंगे की कंप्यूटर स्कैनर, जॉयस्टिक, लाइट पेन इत्यादि के बिना चालू हो सकता है. इन सभी डिवाइसों को Secondary Input Device कहा जाता है.
उदाहरण: स्कैनर, माइक्रोफोन, टच स्क्रीन, बारकोड रीडर इत्यादि.
इनपुट डिवाइस की लिस्ट
आइये मैं आपको कुछ महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस के नाम बताता हूँ जिसके बारें में आपने कभी न कभी जरुर सुना होगा.
- माउस (Mouse)
- कीबोर्ड (Keyboard)
- स्कैनर (Scanner)
- टच स्क्रीन (Touch Screen)
- माइक्रोफ़ोन (Microphone)
- जॉयस्टिक (Joystick)
- लाइट पेन (Light Pen)
- ट्रैक बॉल (Trackball)
- वेबकैम (Web Cam)
- एमआईसीआर (MICR)
- ओ ऍम आर (OMR)
- ओ सी आर (OCR)
- बारकोड रीडर (Barcode Reader)
- क्यूआर कोड रीडर (QR Code Reader)
- स्पीच रिकग्निशन सिस्टम (Speech Recognition System)
- इलेक्ट्रॉनिक कार्ड रीडर (Electronic Card Reader)
- आईरिस स्कैनर (Iris Scanner)
- बायोमेट्रिक्स स्कैनर (Biomatrix Scanner)
माउस क्या है? (Mouse in Hindi)
माउस कंप्यूटर का मुख्य इनपुट डिवाइस है जिसे पॉइंटिंग डिवाइस (pointing Device) कहा जाता है. ज्यादातर माउस का उपयोग डेस्कटॉप कंप्यूटर में किया जाता है लैपटॉप में माउस की जगह टच पैड का उपयोग होता है.
माउस कंप्यूटर के विभिन्न अंग जैसे मॉनिटर, कीबोर्ड तथा C.P.U आदि की अपेक्षा के आकार में छोटा होता है. पर्सनल कंप्यूटर के साथ pointing devices के रूप में माउस का प्रयोग किया जाता है.
माउस का फंक्शन
माउस के बिना कंप्यूटर का कार्य बहुत ही कठिन होता है. सभी फंक्शन को परफॉर्म करने के लिए माउस बहुत ही उपयुक्त होता है. आइये जानते है माउस कौन कौन से फंक्शन परफॉर्म करता है.
- क्लिकिंग (clicking)
- डबल क्लिकिंग (double Clicking)
- राईट क्लिकिंग (Right clicking)
- ड्रैगिंग (Dragging)
- स्क्रॉलिंग (scrolling)
माउस के प्रकार
वर्तमान में माउस मुख्य रूप से 3 प्रकार के आते है जिनकी जानकारी निचे दे रहे है.
- मैकेनिकल माउस (Mechanical mouse)
- ऑप्टिकल माउस (Optical mouse)
- तार रहित माउस (Cordless mouse)
कीबोर्ड क्या है? (Keyboard in Hindi)
कीबोर्ड कंप्यूटर सिस्टम के लिए एक मुख्य input Device है. जिसके मदद से computer में डाटा टाइप करके इनपुट किया जाता है. कीबोर्ड की मदद से कंप्यूटर में सभी प्रकार के डाटा जैसे नंबर, करैक्टर, स्पेशल करैक्टर इत्यादि इनपुट किया जा सकता है.
डाटा को computer में इनपुट करने के लिए कीबोर्ड में तीन सेक्शन दिया जाता है जिसकी जानकारी निचे दे रहे है.
- Alpha Numerical key {A to z and 0 to 9}
- Special key {alt, ctrl, shift}
- Function key {f1, f2 etc}
कीबोर्ड का आविष्कार क्रिस्टोफर लैथम शोलेज (Christopher Lathom Sholes) ने सन 1867 में किया था. यह एक अमिरीकी वैज्ञानिक थे. जिनका निधन सन 1980 में हो गया. इन्होने पहले व्यवहारिक टाइपराइटर और Qwerty कीबोर्ड का अविष्कार किया था जो काफी प्रचलित हुआ जिनका उपयोग आज भी किया जाता है.
कीबोर्ड में कितनी बटन होती है?
पुराने समय में आने वाले कीबोर्ड की बात करें तो उसमे कुल मिलकर 84 बटन हुआ करते थे लेकिन वर्तमान में अधिकतर कीबोर्ड में इसकी संख्या 104 हो चुकी है. वर्तमान में मार्किट के अन्दर ऐसे कई कीबोर्ड आ चुके है जिसमे मल्टीमीडिया बटन भी लगे होते है जिससे इसकी संख्या 110 तक हो जाती है.
- ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? और कैसे काम करता है?
- CPU क्या है और कैसे काम करता है?
- कंप्यूटर क्या है? उसके मुख्य भाग, प्रकार और विशेषताएँ की जानकारी हिंदी में
स्कैनर क्या है? (Scanner in Hindi)
स्कैनर एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग करके कॉपी, पुस्तक या डॉक्यूमेंट जैसे हार्ड कॉपी डाटा को स्कैन करके सॉफ्ट कॉपी यानि कंप्यूटर फाइल के रूप में सेव किया जाता है. वर्तमान में आपने देखा होगा कि ऑनलाइन आवेदन करने के लिए स्टूडेंट अपने मार्कशीट, फोटो और सिग्नेचर को स्कैन करके कंप्यूटर फाइल बनाकर ऑनलाइन में आवेदन करते है. कहने का तात्पर्य यह है की जो डिवाइस मार्कशीट को स्कैन करके सॉफ्ट कॉपी में कंप्यूटर में स्टोर करता है उसे स्कैनर कहते है.
Scanner एक ऐसा इनपुट डिवाइस है तो कागज वाले सभी डॉक्यूमेंट को स्कैन करके डिजिटल डाटा में बदलकर कंप्यूटर में स्टोर कर देता है.
स्कैनर कैसे काम करता है?
- सबसे पहले स्कैनर को चालू किया जाता है.
- स्कैनर के उपरी हिस्से में जहाँ ग्लास लगा होता है वहां पर कागज के डॉक्यूमेंट को रखा जाता है.
- ये कागज के डॉक्यूमेंट मार्कशीट, पेपर, फोटो या सिग्नेचर कुछ भी हो सकता है.
- स्कैनर कागज से बने डॉक्यूमेंट में लाइट बीम चलाता है.
- परावर्तित लाइट के कारण डॉक्यूमेंट डिजिटल डाटा में बदल जाता है.
- जिसे कंप्यूटर फाइल के रूप में स्टोर कर लेता है.
स्कैनर कितने प्रकार के होते है?
स्कैनर को दो केटेगरी में बाँटा गया है.
- Flat Bed Scanner (फ्लैट बेड स्कैनर)
- Hand Held Scanner (हैण्ड हेल्ड स्कैनर)
टच स्क्रीन क्या है? (Touch Screen in Hindi)
वर्तमान में कई ऐसे डिवाइस उपलब्ध है जिन्हें टच करके इनपुट डिवाइस में भेजा जाता है. वर्तमान में ऐसे कई लैपटॉप और डेस्कटॉप आ रहे है जिसमें टच स्क्रीन की सुविधा होता है. इन नए ज़माने के डिवाइस में स्क्रीन को टच करके कंप्यूटर में ऑपरेशन परफॉर्म कर सकते है. इसमें माउस ऑप्शनल होता है. आप आपने सुविधा के अनुरूप टच स्क्रीन या माउस का उपयोग कर सकते है.
उदाहरण: मोबाइल, मॉनिटर, स्मार्टफ़ोन या लैपटॉप इत्यादि.
टच स्क्रीन कैसे काम करता है?
- टच स्क्रीन का कार्य इन्फ्रारेड किरणे के द्वारा परफॉर्म होता है.
- टच स्क्रीन में इन्फ्रारेड किरण लगातार धूमता रहता है.
- जब उपयोगकर्ता टच स्क्रीन में दिख रहे किसी विकल्प पर टच करता है तो इन्फ्रारेड किरण की गति प्रभावित होकर उस आप्शन को रिकॉर्ड कर लेता है.
- रिकॉर्ड किये गए आप्शन के अनुसार कंप्यूटर परफॉर्म करता है.
टच स्क्रीन के सहायता से स्क्रीन पर किसी भी ऑब्जेक्ट पर जा सकते है. इसमें हम क्लिक व डबल क्लिक भी कर सकते है. ये एक नया technology का डिवाइस है. इसमें माउस की आवयकता नहीं पड़ती है.
माइक्रोफ़ोन क्या है? (Microphone in Hindi)
माइक्रोफोन को माइक भी कहा जाता है यह एक ऑडियो इनपुट डिवाइस है. माइक्रोफोन का उपयोग आवाज का रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है. वर्तमान में ऑनलाइन विडियो कंटेंट बनाने के लिए माइक्रोफोन का बहुत अधिक प्रयोग होता है. माइक्रो फ़ोन की कीमत 500 रूपये से शुरू हो जाती है.
माइक्रोफोन कैसे काम करता है?
माइक्रोफोन आवाज को रिकॉर्ड करता है मानव द्वारा बोले जाने वाला आवाज एनालॉग साउंड होता है जिसे माइक्रोफोन रिसीव करके कंप्यूटर के साउंडकार्ड तक भेजता है. साउंड कार्ड एनालॉग साउंड को डिजिटल साउंड में बदलकर कंप्यूटर को भेज देता है. इस प्रकार कंप्यूटर माइक्रोफोन के माध्यम से ऑडियो इनपुट प्राप्त करता है.
माइक्रोफोन का उपयोग
माइक्रोफोन का उपयोग वर्तमान में बहुत अधिक बढ़ चूका है.
- ऑडियो रिकॉर्ड करने के लिए
- मल्टीमीडिया सॉफ्टवेर में
- ऑडियो फाइल तैयार करने में
- इन्टरनेट में ऑडियो और विडियो चैटिंग के लिए
जॉयस्टिक क्या है? (Joystick in Hindi)
जॉयस्टिक को इनपुट डिवाइस के साथ-साथ पॉइंटिंग डिवाइस भी कहा जाता है. यह ट्रैक बॉल का तरह होता है जिसमे बॉल के साथ एक हैंडल लगा होते है. जॉयस्टिक के हैंडल को जैसे – जैसे घुमाया जाता है वैसे-वैसे ही कर्सर घुमने लगता है.
जॉयस्टिक का मुख्य उपयोग विडियो गेम खेलने के लिए किया जाता है इनके अलावा इनका उपयोग Simulator Training, Robot Contol इत्यादि में किया जाता है. जॉयस्टिक के मदद से गेम खेलना माउस की तुलना में काफी आसान होता है.
जॉयस्टिक का उपयोग
- विडियो गेम खेलने में
- Simulator Training देने में
- रोबोट को कण्ट्रोल करने के लिए
- कैमरा कण्ट्रोल करने के लिए
प्रकाशीय पेन क्या है? (Light Pen in Hindi)
यह इनपुट डिवाइस पेन की तरह दीखता है जिसके कारण लाइट पेन कहा जाता है. यह एक पॉइंटिंग डिवाइस है. लाइट पेन का उपयोग करके कंप्यूटर स्क्रीन में मार्किंग, ड्राइंग करने के लिए किया जाता है. लाइट पेन के माध्यम से कंप्यूटर स्क्रीन में डायग्राम बनाया जा सकता है.
लाइट पेन कैसे काम करता है?
लाइट पेन को इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल इनपुट डिवाइस भी कहा जाता है. लाइट पेन के अन्दर फोटो सेल का उपयोग होता है. जब लाइट पेन के हेल्प से कंप्यूटर स्क्रीन पर कोई भी डायग्राम या चित्र बनाया जाता है तो पल्स लाइट पेन से निकलकर प्रोसेसर के पास जाता है. प्रोसेसर उस आकृति को मेमोरी में सेंड कर देता है जिससे सभी प्रकार के ग्राफिक्स स्क्रीन में बन जाता है.
लाइट पेन के उपयोग कहाँ होता है?
- कंप्यूटर स्क्रीन पर लिखने में
- अनेक प्रकार के शेप, चित्र बनाने के लिए
- माउस की तरह मेनू को सेलेक्ट करने के लिए
- अनेक प्रकार के ग्राफ़िक्स की डिजाईन के लिए
ट्रैक बाल क्या है? (Trackball in Hindi)
यह माउस की तरह ही एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग पुराने समय में किया जाता था. इसे भी पॉइंटिंग डिवाइस कहा जाता है. ट्रैक बाल के ऊपरी हिस्से में रबर का एक बॉल लगा रहता है. जिसके सहायता से कर्सर को स्क्रीन में एक जगह से दुसरे जगह में घुमाया जाता है.
ट्रैक बाल का उपयोग ज्यादातर CAD (Computer Aided Design) और CAM (Computer Aided Manufacturing) में करते है. ट्रैक बाल की बनावट माउस से अलग होती है. ट्रैकबॉल को माउस की तरह घुमाने की जरुरत नही पड़ती है. ये 2 या 3 बटन वाले होते है और इसे दाये व बाये हाथ दोनों प्रकार से इस्तेमाल कर सकते है.
वेबकैम (Web Cam in Hindi)
वेबकैम एक डिजिटल कैमरे की तरह दीखता है. वेबकैम का उपयोग कंप्यूटर में विडियो इनपुट डिवाइस के रूप में किया जाता है. वेबकैम के सहायता से कंप्यूटर में डायरेक्ट विडियो को रिकॉर्ड किया जा सकता है.
डेस्कटॉप कंप्यूटर में इसे अलग से लगाना पड़ता है जबकि लैपटॉप , टेबलेट और स्मार्टफ़ोन में पहले से इनबिल्ट रहता है. मार्केट में वेबकैम की कीमत 500 रूपये से शुरू हो जाती है. यदि आप 1000 इन्वेस्टमेंट करते है तो आप एक अच्छे वेबकैम खरीद सकते है.
वेबकैम कैसे काम करता है?
वेबकैम के अन्दर एक फोटो डायोड लगा होता है जो प्रकाशीय इनफार्मेशन को रिकॉर्ड करके विधुत तरंगो में बदलकर कंप्यूटर में ट्रांसमिट करता है. वेबकैम को वेब कैमरा भी कहा जाता है.
वेबकैम का उपयोग कहाँ होता है?
- विडियो कॉल के लिए
- विडियो कॉन्फ्रेंस के लिए
- कंपनी में ऑनलाइन मीटिंग के लिए
- लाइव क्लास के लिए
- ऑनलाइन विडियो वाईवा, इंटरव्यू के लिए
- विडियो चैटिंग के लिए
- विभिन्न वेबसाइट या YouTube में लाइव होने के लिए
करैक्टर रीडर (Character Reader in Hindi)
करैक्टर रीडर कंप्यूटर के लिए एक विशेष प्रकार का इनपुट डिवाइस है तो छुपे हुए अक्षर, कोड, हाथ से लिखे करैक्टर इत्यादि को असानी से पढ़ कंप्यूटर में इनपुट दे सकते है. वर्तमान में ये कई प्रकार के मार्किट में उपलब्ध है.
- माईकर (MICR)
- ओऍमआर (OMR)
- ओसीआर (OCR)
- बीसीआर (BCR)
- क्यूआर कोड रीडर (QR Code Reader)
माईकर (MICR – Magnatic Ink Character Recognition)
माईकर का पूरा नाम MICR(Magnatic Ink Character Recognition) है. इसका उपयोग बैंक में दिए जाने वाले चेक/ड्राफ्ट में लिखे विशेष कोड को पढने के लिए किया जाता है. MICR में विशेष प्रकार के चुम्बकीय स्याही (आयरन ओक्साइड) का उपयोग होता है जो बैंक चेक में लिखे विशेष अक्षर को पढने के लिए किया जाता है.
MICR का उपयोग ज्यादातर बैंक में होता है. इसके माध्यम से बहुत ही कम समय में अधिक संख्या में चेक का वेरीफाई किया जा सकता है. MICR के मदद से बैंक कम समय में अधिक चेक/ड्राफ्ट का भुक्तान कर पाता है और साथ ही चेक के नक़ल होने की संभावना से बचा जाता है.
ओएमआर (OMR in Hindi)
ओएमआर का फुलफॉर्म Optical Mark Reader है. यह एक विशेष प्रकार का स्कैनर है जो पेन या पेंसिल से बनाये गए गोला को स्कैन करता है. वर्तमान में ऑनलाइन एग्जाम में OMR शीट को चेक करने के लिए इस डिवाइस का उपयोग किया जाता है. ओएमआर शीट से ऑनलाइन एग्जाम लिया जाता है और ओएमआर रीडर से ओएमआर शीट को चेक किया जाता है.
ओएमआर रीडर के आने से ओएमआर शीट को चेक करना बहुत ही असान हो गया है. जिससे ऑनलाइन एग्जाम कराना बहुत ही सरल हो चूका है. एक अच्छे ओएमआर रीडर की कीमत 40 हजार से शुरू हो जाती है. एक पैकेट ओएमआर शीट की कीमत 300 रूपये प्रति पैकेट से शुरू हो जाती है.
ओसीआर (OCR in Hindi)
OCR का फुल फॉर्म Optical Character Recognition (ऑप्टिकल करैक्टर रिकग्निशन) है. यह एक प्रकार का करैक्टर स्कैनर है. इसका उपयोग हाथ से लिखे गए अक्षर, प्रिंट किये गए पेपर, अक्षर या डाटा को रीड करने के लिए किया जाता है.
यह एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग टेक्स्ट को स्कैन करने के लिए किया जाता है.
कई बार पेपर में लिखे गए शब्द या अक्षर, नहीं समझ में आते है तो उस स्थिति में ओसीआर का उपयोग किया जाता है.
ओसीआर (OCR) का उपयोग
ओसीआर पुस्तक, पेपर या इमेज से डाटा को स्कैन करके वर्ड प्रोसेसिंग टेक्स्ट में परावर्तित कर देता है जिससे कंप्यूटर में उसको असानी से एडिट किया जा सकता है. बुक्स और दस्तावेज को डिजिटल कंटेंट में बदलने के लिए OCR का उपयोग किया जाता है.
बारकोड रीडर क्या है? (Barcode Reader in Hindi)
बारकोड रीडर को बी सी आर(BCR) कहा जाता है यह एक ऑप्टिकल स्कैनर है. बारकोड रीडर का उपयोग विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट में छपे बारकोड को पढने के लिए किया जाता है. बारकोड रीडर का उपयोग विभिन्न शॉप में, मॉल में प्रोडक्ट की प्राइस को स्कैन करने के लिए किया जाता है.
बारकोड क्या है?
बारकोड एक प्रकार के कोड है जिसमें प्रोडक्ट से जुड़े इनफार्मेशन को स्टोर करके रखा जाता है. बारकोड का डिजाईन अल- अलग मोटाई के खड़ी सीधी लाइन से बनी होती है. जिसे आप चित्र में देख सकते है. लाइन की मोटाई उसमें छिपी इनफार्मेशन के अनुसार होती है.
एक बारकोड के अन्दर प्रोडक्ट से जुड़े इनफार्मेशन जैसे प्रोडक्ट प्राइस, बैच नंबर, मैन्युफैक्चरिंग इनफार्मेशन स्टोर होते है.
बारकोड रीडर कैसे काम करता है?
बारकोड रीडर में लेज़रबीम होता है जो डिवाइस से निकलकर बारकोड में पड़ता है. जिससे परावर्तित लेज़र बीम डाटा को कंप्यूटर में ट्रांसमिट कर देता है. इस तरह से कंप्यूटर को बारकोड में छिपे सारें इनफार्मेशन मिल जाता है.
बारकोड रीडर की कीमत
वर्तमान में मार्किट के अन्दर बारकोड रीडर के विभिन्न वेराइटी उपलब्ध है जिनकी कीमत 1 हजार से 10 हजार के बिच है आप इन्हें अमेज़न या FlipKart से मंगा सकते है.
क्यूआर कोड रीडर (QR Code Reader)
क्यूआर कोड रीडर एक इनपुट डिवाइस है जिसके माध्यम से क्यूआर कोड को स्कैन किया जाता है. क्यूआर कोड में छुपे इनफार्मेशन को स्कैन करके डिवाइस को ट्रान्सफर करता है. क्यूआर कोड रीडर को क्यूआर कोड स्कैनर भी कहा जाता है.
क्यूआर कोड को स्कैन करने के लिए क्यूआर कोड स्कैनर एप्लीकेशन की जरुरत होती है. आजकल मोबाइल के माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन करके रिचार्ज, बिल पेमेंट, मनी ट्रान्सफर इत्यादि कार्य बहुत ही आम हो गया है.
क्यूआर कोड क्या है?
क्यूआर कोड का फुल फार्म क्विक रिस्पोंस कोड (quick response code) है यह एक डिजिटल कोड है जिसमे प्रोडक्ट से जुड़े विभिन्न इनफार्मेशन को वेब लिंक में स्टोर कर दिया जाता है. क्यूआर कोड को रीड करने के लिए क्यूआर कोड स्कैनर की जरुरत होती है.
पिछले कुछ सालो में क्यूआर कोड का उपयोग बहुत से जगह में होने लग गया है. क्यूआर कोड में किसी भी प्रोडक्ट से जुड़े इनफार्मेशन जैसे कांटेक्ट डिटेल, ईमेल, लोकेशन, प्राइस, पेमेंट लिंक, पेमेंट अमाउंट इत्यादि से जुड़े वेब लिंक को सेव किया जाता है.
स्पीच रिकग्निशन सिस्टम (Speech Recognition System)
स्पीच रिकग्निशन सिस्टम (Speech Recognition System) एक इनपुट डिवाइस है जिसके हेल्प से बोलकर ऑडियो डाटा को कंप्यूटर में इनपुट कराया जाता है. यह डिवाइस हमारे द्वारा बोले गए शब्द को पहचान करके टेक्स्ट में बदल देता है. जिसे कंप्यूटर मॉनिटर में डिस्प्ले करता है.
वर्तमान में इस सिस्टम का उपयोग बहुत अधिक बढ़ गया है. मोबाइल और स्मार्ट फोन में टाइपिंग करने से ज्यादा स्पीच रिकग्निशन सिस्टम का उपयोग होता है. इसके माध्यम से कंप्यूटर को मौखिक आदेश देकर कण्ट्रोल किया जाता है.
इलेक्ट्रॉनिक कार्ड रीडर (Electronic Card Reader)
इलेक्ट्रॉनिक कार्ड रीडर (Electronic Card Reader) एक ऐसा इनपुट डिवाइस है. इलेक्ट्रॉनिक कार्ड रीडर (Electronic Card Reader) एक प्लास्टिक कार्ड है जिसमे एक मैग्नेटिक पट्टी लगा होता है. इस मैग्नेटिक पट्टी में ही डाटा को स्टोर किया जाता है. इस डाटा को कंप्यूटर में लगा हुआ कार्ड रीडर रीड करके प्रोसेस करता है. इस प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक कार्ड रीडर का उपयोग बैंक के ATM मे किया जाता है.
इलेक्ट्रॉनिक कार्ड रीडर के प्रकार
वर्तमान में मार्किट इलेक्ट्रोनिक कार्ड रीडर के बहुत से प्रकार उपलब्ध है जो अलग अलग कार्य के हिसाब से बनाया गया है.
- स्मार्ट कार्ड रीडर (Smart Card Reader)
- मेमोरी कार्ड रीडर (Memory Card Reader)
- पंच कार्ड रीडर (Punch Card Reader)
- किमबाल टैग रीडर (Kim Ball Tag Reader)
बायोमेट्रिक सेंसर (Biometric Senser Device)
यह एक इनपुट डिवाइस है जिसके माध्यम से शरीर के विभिन्न अंग जैसे फिंगर प्रिंट, आइरिस (आँखों की पुतली), हथेली इत्यादि को स्कैन करके डाटा को कंप्यूटर में ट्रान्सफर करता है. बायोमेट्रिक सेंसर (Biometric Senser Device) का उपयोग ज्यादातर सिक्यूरिटी ऑथेंटिकेशन के लिए किया जाता है.
बायोमेट्रिक सेंसर का उपयोग
- फिंगर प्रिंट स्कैन करने के लिए
- हथेली को स्कैन करने के लिए
- आँखों की पुतली को स्कान्न करने के लिए
- सिक्यूरिटी ऑथेंटिकेशन के लिए
FAQ
Input device क्या है input device in Hindi?
कंप्यूटर में उपयोग होने वाले वे सभी डिवाइस जो कंप्यूटर को इनपुट देते है उसे इनपुट डिवाइस कहा जाता है. जैसे: माउस, कीबोर्ड, ट्रैकबॉल, स्कैनर, लाइट पेन, माइक्रोफोन, टच स्क्रीन इत्यादि.
इनपुट और आउटपुट में क्या अंतर है?
इनपुट डिवाइस कंप्यूटर को इनपुट देता है जिसमे माउस और कीबोर्ड आते है. आउटपुट डिवाइस जिससे कंप्यूटर आउटपुट या रिजल्ट शो करता है. इसके उदाहरण मॉनिटर, प्रोजेक्टर, प्रिंटर इत्यादि.
कंप्यूटर के 3 इनपुट क्या हैं?
कंप्यूटर में बहुत से इनपुट डिवाइस होते है लेकिन मुख्य 3 की बात करें तो इसमें माउस, कीबोर्ड और स्कैनर शामिल है. माउस और कीबोर्ड के बिना कंप्यूटर चालू नहीं हो सकता है.
मॉनिटर कौन सा डिवाइस होता है?
मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस है जिसके द्वारा कंप्यूटर रिजल्ट को डिस्प्ले करता है. मॉनिटर की तरह प्रोजेक्ट का उपयोग भी स्क्रीन को डिस्प्ले करने के लिए किया जाता है अतः प्रोजेक्टर भी एक आउटपुट डिवाइस है.
माउस कौन सा डिवाइस है?
माउस एक इनपुट डिवाइस है जिसे पॉइंटिंग इनपुट डिवाइस भी कहा जाता है माउस वायर्ड और वायरलेस दोनों प्रकार के मार्किट में उपलब्ध है माउस की कीमत 100 रूपये से शुरू हो जाती है.
कीबोर्ड कौन सा डिवाइस है?
कीबोर्ड एक इनपुट डिवाइस है. कीबोर्ड के द्वारा यूजर डॉक्यूमेंट में टाइप कर सकते है. कीबोर्ड में विभिन्न सेक्शन दिए होते है जिसमे फंक्शन की, अल्फ़ा नुमेरिक की, एरोकी, नुमेरिक की शामिल है.
मेरी अंतिम राय इस लेख में
मैंने अपना पूरा कोशिश किया की आपको सरल भाषा में बता सकू की Input Device क्या है (what is input device in Hindi) और इनपुट डिवाइस के कितने प्रकार होते है. वर्तमान में ज़माने के साथ चलने के लिए नई नई टेक्नोलॉजी का ज्ञान आवश्यक है. आज के समय में हर रोज Technology बदल रहा है.
वर्तमान में इनपुट डिवाइस जैसे माउस, कीबोर्ड ब्लूटूथ और WIFI के माध्यम से चलने लगे है. वौइस् टाइपिंग का जमाना आ चूका है. वर्त्तमान में सभी डिवाइस स्मार्ट डिवाइस में बदल रहे है. अगर पोस्ट को लिखने में कुछ गलती हुए हो तो आप कमेंट करके जरुर बताएं.
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उम्मीद है आपको यह लेख की Input Device क्या है (what is input device in Hindi) और इनपुट डिवाइस के कितने प्रकार होते है. जरुर पसंद आया होगा. आपको यह लेख कैसा लगा आप कमेंट में जरुर बताएं.
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