अगर आप कंप्यूटर चलाते हैं तब आपको आउटपुट डिवाइस के बारे में जरूर पता होगा। लेकिन यदि आपको पता नहीं है कि आउटपुट डिवाइस क्या है (what is Output device in Hindi) और आउटपुट डिवाइस के क्या कार्य हैं तो यहां आप आउटपुट डिवाइस को इस पोस्ट के माध्यम से आसान भाषा में समझ सकते हैं। आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर का महत्वपूर्ण भाग होता है।
वर्तमान में टेक्नोलॉजी रोजाना बदल रहा है जिनके चलते नए नए आउटपुट डिवाइस मार्किट में आने लग गये है। हम वर्तमान में उपयोग होने वाले सभी आउटपुट डिवाइस को शामिल करने का प्रयास करेंगे। नए-नए आउटपुट डिवाइस के आने से रोजमर्रा लाइफ बहुत असान हो चूका है तो आइये जानते है आउटपुट डिवाइस क्या है और कितने प्रकार के होते है।
Output device क्या है?
आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर का वह भाग है जो यूजर द्वारा दिए गए डाटा व निर्देश को ग्रहण करता है और उसे प्रोसेस करने के बाद यूजर तक रिजल्ट पहुंचाता है। आइए इसे एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं जैसे कि आप कीबोर्ड से कोई भी बटन क्लिक करते हैं तो आपको रिजल्ट आउटपुट डिवाइस मॉनिटर पर दिखाई देता है। इतना ही नहीं कंप्यूटर में जो सॉफ्ट कॉपी है उसे हार्ड कॉपी में बदलने के लिए भी आउटपुट डिवाइस की जरूरत होती हैं।
दुसरे शब्दों में output device का काम user द्वारा इनपुट डिवाइस के मदद से भेजे गए निर्देशों को ग्रहण करना और computer में हो रहे काम को users तक पहुचाना होता है. स्पीकर, प्रिंटर आदि आउटपुट डिवाइस डाटा को विभिन्न माध्यम से user तक पहुंचाते हैं।
आउटपुट डिवाइस: कंप्यूटर के वे सभी डिवाइस जिनके हेल्प से कंप्यूटर रिजल्ट या डिस्प्ले शो करता है उसे आउटपुट डिवाइस कहा जाता है।
उदहारण:-
- Monitor
- Printer
- Plotter
- Speaker and Sound Card
- Headphones
- Projector
- GPS
- Video Card
Output device के कार्य
- Output device की मदद से, प्राप्त परिणाम को हम देख सकते हैं जैसे Monitor के द्वारा, या सुन सकते हैं जैसे Speaker के द्वारा, या printer व प्लॉटर जैसे उपकरण की मदद से रिजल्ट को hard copy मतलब कागज में print करवा कर प्राप्त कर सकते हैं।
- Output device यूजर को आउटपुट प्रदान करती हैं।
- Computer द्वारा प्रोसेसिंग के उपरांत प्राप्त रिजल्ट को ऐसे रूप में बदल देती हैं, जिससे यूजर आसानी से समझ सके।
- Output device के द्वारा CPU द्वारा process की हुई जानकारी को हम देख या प्राप्त कर पाते हैं।
Output device के प्रकार
Output device दो प्रकार के होते है.
- Soft-copy Output
- Hard-copy Output
1. Soft-copy Output डिवाइस क्या है?
Soft-copy Output डिवाइस कंप्यूटर के वे आउटपुट डिवाइस है जिनके द्वारा हमें soft copy प्राप्त होती है, डिजिटल डॉक्यूमेंट फाइल को soft copy कहते हैं। कंप्यूटर में word processing program, डेटाबेस प्रोग्राम, audio system या प्रेजेंटेशन सॉफ़्टवेयर के माध्यम से सॉफ्ट कॉपी का उपयोग किया जाता है। इसे कभी भी edit किया जा सकता है साथ ही Internet और USB, pen drive द्वारा शेयर भी किया जा सकता है।
उदहारण:-
- Monitor
- Projector
- Video system
- Audio response system
2. हार्ड-कॉपी आउटपुट डिवाइस क्या है?
hard copy आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर के वे आउटपुट डिवाइस है जिनके द्वारा हमें hard copy मिलती है, कागज पर लिखित या ऐसी चीज़ जिसे हाथों से छुआ और महसूस किया जा सकता है उसे hard copy कहते हैं। computer बंद होने के बाद भी hard copy देखी और पढ़ी जा सकती है।
उदहारण:-
- Printer
- Plotter
- Laser printer
- Dot matrix printer
मॉनिटर क्या है? (Monitor in Hindi)
मॉनिटर एक आउटपुट इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है यह टीवी की तरह दिखता है जैसे टीवी को दीवार पर लटकाया जाता है वैसे ही मॉनिटर को डेस्क पर रखा जाता है मॉनिटर का उपयोग कंप्यूटर में विडियो, इमेज, डॉक्यूमेंट, ऐप आदि को देखने के लिए किया जाता है अगर मॉनिटर ही नहीं होगा तो हमें कंप्यूटर के अंदर क्या चल रहा है पता नहीं होगा और कहां क्लिक करना है वह भी हमें पता नहीं होगा।
मॉनिटर के प्रकार
मॉनिटर में मुख्य रूप से 3 प्रकार में बाँटा गया है।
- CRT
- LCD
- LED
CRT मॉनिटर क्या है?
CRT मॉनिटर का फुल फॉर्म “कैथोड राय ट्यूब” होता है इस प्रकार के मॉनिटर वजनदार और बड़े होते हैं तथा बहुत बिजली की खपत करते हैं इस तरह के मॉनिटर या टेक्नोलॉजी पुराने समय में उपयोग होते थे अब इस तरह के मॉनिटर का उपयोग नहीं होता है।
LCD मॉनिटर क्या है?
LCD का फुल फॉर्म “लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले” होता है इसको “फ्लैट पैनल डिस्पले” भी कहा जाता है। LCD मॉनिटर CRT मॉनिटर से काफी बेहतरीन होते हैं कम जगह और कम बिजली की खपत करते हैं इस तरह के मॉनिटर CRT मॉनिटर के मुकाबले काफी हल्के भी होते हैं।
LED मॉनिटर क्या है?
LED का फुल फॉर्म Light Emitting Diodes होता है आज से युग में एलईडी मॉनिटर का ही उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है इस मॉनिटर को भी फ्लैट पैनल डिस्पले कहा जाता है LCD और CRT मॉनिटर की तुलना में LED मॉनिटर कम बिजली का उपयोग करते हैं LED मॉनिटर के डिजाइन काफी अच्छे होते हैं यह काफी पतले भी होते हैं साथ ही जल्दी खराब नहीं होते लेकिन LED मॉनिटर काफी महंगे होते हैं।
प्रिंटर क्या है? (Printer in Hindi)
प्रिंटर कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण आउटपुट डिवाइस होता है जिसके माध्यम से हम कंप्यूटर में रखे हुए सॉफ्ट कॉपी को प्रिंट करके हार्ड कॉपी में कर सकते हैं प्रिंटर डिजिटल डाटा को हार्ड कॉपी में प्रिंट करता है। कंप्यूटर प्रिंटर का इतिहास ज्यादा पुराना भी नहीं है। यह लगभग वर्ष 1938 के आसपास शुरू हुआ था। जब चेस्टर कार्लसन नामक व्यक्ति ने प्रिंटर डिवाइस का खोज किया था। जिसका नाम इलेक्ट्रोफोटोग्राफी रखा था।
प्रिंटर के उपयोग
क्या आपको पता है कि प्रिंटर क्या काम करता है, प्रिंटर का कार्य क्या है। अगर आप इस लेख को आगे पढ़ेंगे तो आपको पता चल जाएगा प्रिंटर क्या काम करता है फिर भी हम आपको बता देते हैं कि प्रिंटर का कार्य प्रिंट निकालना होता है। कंप्यूटर में जो डिजिटल डाटा होता है। उसे Paper पर प्रिंट करने का काम प्रिंटर करता है।
प्रिंटर का इस्तेमाल बहुत पहले से हो रहा है। पहले इसका उपयोग मेनफ्रेम कंप्यूटर के साथ किया जाता था। आजकल लेजर प्रिंटर अधिक लोकप्रिय है। वर्ष 1980 में इस प्रिंटर का कीमत लगभग 3000 Dollar था। इसकी Quality और Speed दोनो बाकी प्रिंटर्स की मुकाबले अच्छी होती है। प्रिंटर्स का उपयोग मुख्य रूप से printing करने के लिए होता है। आज कल तो All in One Printer भी बाजार में आ रहे हैं। जिसमें स्कैनर का गुण भी होता है। यानी इस तरह के प्रिंटर का उपयोग स्कैनिंग और प्रिंटिंग दोनो कार्यों के लिए कर सकते हैं।
प्रिंटर के प्रकार
प्रिंटर दो प्रकार के होते हैं
- Impact
- Non – Impact
1. Impact Printer क्या है?
इम्पैक्ट प्रिंटर के द्वारा पेपर पर प्रिंटिंग करने के लिए इंक रिबन का प्रयोग होता है। इंक रिबन के प्रयोग से पेपर पर प्रभावी छपाई होती है। यह टाइपराइटर की तरह कार्य करता है और सामान्य प्रिंटर की तुलना में अधिक आवाज करता है। इस तरह के प्रिंटर में छोटे-छोटे पिन या प्रिंट हेड होता है। जिस पर अक्षर बना होता है। जो कि इंक रिबन के साथ पेपर से संपर्क या टकराया जाता है। जिसके बाद अक्षर पेपर पर अपना छाप छोड़ देता है और इसी तरह पेपर पर Printing होता है। इम्पैक्ट प्रिंटर एक बार में सिर्फ एक Character या Line को प्रिंट कर सकता है। यह अन्य प्रिंटर की मुकाबले सस्ते होते हैं। इम्पैक्ट प्रिंटर के निम्नलिखित उदाहरण है।
- Dot Matrix Printer
- Daisy Wheel Printer
- Line Printer
1. Dot Matrix Printer (डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर)
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर, इम्पैक्ट प्रिंटर का महत्वपूर्ण उदाहरण है। इसमें छोटे-छोटे Pin की पंक्ति होती है। यह पिन रिबन पर प्रहार करता है। जब ये पिन रिबन पर प्रहार करता है। तब Dots का समूह मैट्रिक के रुप में पेपर पर पड़ता है। जिसके फलस्वरूप पेपर पर प्रिंटिंग होती है। यह पेपर पर मुहर लगाने जैसा कार्य करता है। डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर एक धीमी गति का प्रिंटर है। जो एक बार में सिर्फ एक कैरेक्टर को प्रिंट कर सकता है।
2. Daisy Wheel Printer in Hindi (डेज़ी-व्हील प्रिंटर)
डेज़ी-व्हील प्रिंटर से प्रिंटिंग के लिए प्लास्टिक के पहिये का उपयोग किया जाता है। यह पहिया दिखने में Daisy Flower जैसा होता है। इसीलिए इस Printer को डेज़ी व्हील प्रिंटर कहा जाता है। इस प्रिंटर के पहिये के प्रत्येक पंखुड़ी पर अक्षर उभरा होता है। प्रिंटर में एक मोटर भी लगा होता है। जो पहिये को तीव्र गति से घुमाने का काम करता है। जब सही अक्षर पेपर के सही स्थिति पर आती है। तब हैमर या प्रिन्ट Head के द्वारा प्रहार होता है। जिसके फलस्वरूप अक्षर पेपर पर छाप छोड़ देता है। डेज़ी व्हील प्रिंटर एक सेकंड में लगभग 10 से 75 अक्षर छाप सकता है।
3. Line Printer in Hindi (लाइन प्रिंटर)
लाइन प्रिंटर एक तरह का इम्पैक्ट प्रिंटर है। जिसमें अधिकांश इम्पैक्ट प्रिंटर का उपयोग होता है। यह तीव्र गति से कार्य करता है। इसकी गति LPM (लाइन प्रति मिनट) में मापी जाती है। यह एक समय में पूरी पंक्ति को Paper पर छाप सकता है।
Line Printer निम्न Types की होती है।
- Drum Printer
- Chain Printer
- Band Printer
1. Drum Printer in Hindi (ड्रम प्रिंटर)
ड्रम प्रिंटर में बेलनाकार ड्रम लगा होता है। इस drum पर विभिन्न अक्षर उभरे हुए होते हैं। प्रिंटिंग के दौरान यह drum तेज गति से घूमता है। जब प्रिंटिंग पेपर के सही स्थान पर अक्षर पहुंचता है। तब प्रिंटर के प्रिंट हैमर या प्रिंट हेड के द्वारा प्रहार होता है। जिससे पेपर इंक रिबन से टकराता है। जिसके फलस्वरूप अक्षर अपना छाप छोड़ देता है और इसी तरह इससे प्रिंटिंग की जाती है। यह लाइन प्रिंटर है और एक समय में पूर्ण पंक्ति छाप सकता है। इसकी प्रिंटिग गति 300 से 2000 लाइन प्रति मिनट होता है।
2. Chain Printer in Hindi (चैन प्रिंटर)
इस प्रिंटर में तीव्र गति से घुमने वाली Chain लगा रहता है। इसलिए इसे chain printer कहा जाता है। Chain के हरेक जोड़ पर विभिन्न अक्षर उभरे होते हैं। जब Chain घुमते हुए सही अक्षर को निश्चित स्थान तक पहुंचा देता है। तब प्रिंटर का प्रिंट हैमर से प्रहार किया जाता है। जिसके कारण अक्षर Paper पर अपना छाप छोड़ देता है। क्योंकि पेपर हैमर और इंक रिबन के बीच होता है।
3. Band Printer in Hindi (बैंड प्रिंटर)
बैंड प्रिंटर में स्टील का पट्टा लगा रहता है। इस स्टील के पट्टे पर विभिन्न अक्षर उभरे हुए होते हैं। यह भी लाइन प्रिंटर है। जो चेन प्रिंटर के समान कार्य करता है। बस अंतर इतना है कि चेन प्रिंटर में Chain लगा होता है। जबकि बैंड प्रिंटर में स्टील का पट्टा होता है। इस प्रिंटर से भी एक बार में पूरी पंक्ति प्रिंट होती है।
2. Non-Impact Printer in Hindi (नॉन इंपैक्ट प्रिंटर)
वह प्रिंटर जिससे प्रिंटिंग के लिए इंक रिबन पेपर के ऊपर प्रहार नहीं करता है, वह नॉन इंपैक्ट प्रिंटर कहलाता है। जैसा कि अब आपको पता चल गया होगा कि नॉन इंपैक्ट प्रिंटर बिलकुल उल्टा होता है इंपैक्ट प्रिंटर के क्योंकि इंपैक्ट प्रिंटर में इंक रिबन पेपर पर प्रहार कर के प्रिंटिंग करता था। लेकिन इसमें उसका प्रयोग नहीं होता है। नॉन इंपैक्ट प्रिंटर में प्रिंटिंग के लिए किसी स्प्रे या electronic तकनीक का प्रयोग किया जाता है। नॉन इंपैक्ट प्रिंटर के द्वारा उच्च गुणवत्ता वाले अक्षर व graphics का प्रिंटिंग कर सकते हैं। यह इंपैक्ट प्रिंटर से महंगे भी होते हैं।
नॉन इंपैक्ट प्रिंटर का उदाहरण इस प्रकार है।
- Laser Printer
- Photo Printer
- Inkjet Printer
- Portable Printer
- Multi Functional Printer
- Thermal Printer
चलिए इन्हें भी विस्तार से समझते हैं।
1. Laser Printer in Hindi (लेजर प्रिंटर)
लेजर प्रिंटर, प्रिंटर का एक प्रमुख प्रकार है। जिसे नॉन इंपैक्ट प्रिंटर के अंतर्गत विभाजित किया जाता है। यह प्रिंटर आजकल सर्वाधिक लोकप्रिय है। क्योंकि यह प्रिंटर High Quality Characters और ग्राफिक्स को तेजी से छापने में सक्षम होता है। इसका प्रयोग लगभग 1970 के दशक से होता आ रहा है। इस प्रिंटर में Photocopier Technology का उपयोग कर प्रिंटिंग होता है।
2. Photo Printer in Hindi (फोटो प्रिंटर)
फोटो प्रिंटर एक रंगीन printer है। जो लैब की क्वालिटी फोटो पेपर पर छापते हैं। इसका उपयोग डॉक्यूमेंट्स प्रिंट करने के लिए किया जा सकता है। इन प्रिंटर्स के पास अधिक संख्या में nozzle होता है। कुछ फोटो प्रिंटर में मीडिया कार्ड रीडर भी होता है।
3. Inkjet Printer in Hindi (इंकजेट प्रिंटर)
इंकजेट प्रिंटर भी आजकल बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है। यह प्रिंटर इंक की Tiny ड्रॉप को स्प्रे कर Paper पर कैरेक्टर्स और ग्राफिक्स को प्रिंटिंग करता है। इंक ड्रॉप को स्प्रे करने के लिए इंक Cartridge का उपयोग किया जाता है। Cartridge में इंक को संग्रहित रखा जाता है। कई प्रकार के रंगो से डॉक्यूमेंट्स प्रिंट करने के लिए Cartridge होता है। इंकजेट प्रिंटर उच्च गुणवत्ता वाले Picture बनाने सक्षम होता है। साथ ही यह अन्य printer से भी सस्ता होता है।
4. Portable Printer in Hindi (पोर्टेबल प्रिंटर)
वह थर्मल प्रिंटर या इंकजेट जो छोटे होते हैं वह कम वजन के होते हैं पोर्टेबल प्रिंटर कहलाते हैं इसे आप कहीं पर भी लेकर जा सकते हैं इसके जरिए आप यात्रा के समय कभी भी लैपटॉप से प्रिंट निकाल सकते हैं यह प्रिंटर कही ले जाने में बहुत ही आसान व सहज है। लेकिन सामान्य इंकजेट प्रिंटर के मुकाबले यह मांगे होते हैं और इसकी प्रिंट करने की गति भी धीमी होती है।
5. Multi Functional Printer in Hindi (मल्टी फंक्शनल प्रिंटर)
मल्टीफंक्शन प्रिंटर एक ऐसा प्रिंटर है जिसके माध्यम से डॉक्यूमेंट को प्रिंट करने के अलावा स्कैन और फैक्स करने की भी सुविधा होती हैं इसलिए इसे मल्टीफंक्शनल डिवाइस भी कहा जाता है। यह एक ऐसा प्रिंटर है जो कई डिवाइस के कार्य को अकेले करता है इस तरह के प्रिंटर में लेजर या इंकजेट तकनीक का उपयोग किया जाता हैl
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6. Thermal Printer in Hindi (थर्मल प्रिंटर)
थर्मल प्रिंटर में ऐसी तकनीक का उपयोग किया जाता है जो वैक्स पर आधारित रिबन के जरिए अक्षर प्रिंट किया जाता है। इस प्रिंटर से किया गया प्रिंट कुछ ही समय तक रहता है और कुछ समय के बाद खुद ही प्रिंट मिट जाता है इस प्रकार के प्रिंटिंग मशीन का उपयोग एटीएम या अन्य रिसिप्ट बनाने के लिए किया जाता है।
3. प्लॉटर क्या है? (Plotter in Hindi)
प्लॉटर एक महत्वपूर्ण कंप्यूटर आउटपुट डिवाइस है जो प्रिंटर की तरह कार्य करता है। वेक्टर ग्राफिक को छापने के लिए प्लॉटर का उपयोग किया जाता है। सामान्य रूप से इसका उपयोग बड़े आकार के मैप, पोस्टर, ग्राफ, 3D प्रिंट, चार्ट आदि को प्रिंट करने के लिए प्लॉटर का उपयोग किया जाता है। सामान्य प्रिंटर में कागज को प्रिंट करने के लिए डॉट की श्रृंखला और टोनल का उपयोग होता है, लेकिन प्लॉटर में कागज पर निरंतर लाइनों को खींचने के लिए मार्कर, पेन अन्य किसी लेखन सामग्री का उपयोग किया जाता है।
प्लॉटर का आविष्कार 1953 में रेमिंगटन रैंड ने किया था. इसका इस्तेमाल UNIVAC computer के साथ टेक्नोलॉजी ड्राइंग बनाने के लिए किया गया था.
प्लॉटर के प्रकार
Plotter दो प्रकार के होते हैं.
- Drum Pen Plotter
- Flatbed Plotter
प्लॉटर के कार्य
- Plotter का इस्तेमाल बड़ी आकृति केग्राफ, Picture, मैप, चार्ट आदि प्रकार की hard copy को प्रिंट करने के लिए किया जाता है.
- Plotter के इस्तेमाल से पोस्टर, बैनर आदि को भी print किया जा सकता है.
- 3D print भी प्लॉटर की मदद से print किये जा सकते हैं.
4. Speaker and Sound Card
स्पीकर एक आउटपुट Device है जो इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को साउंड में कन्वर्ट करता है. स्पीकर की मदद से हम computer में ध्वनी को सुन सकते हैं।
Computer में एक कंपोनेंट होता है जिसे साउंड कार्ड कहते हैं जिसकी मदद से कंप्यूटर में ध्वनि पैदा होती है. स्पीकर इन्हीं साउंड कार्ड से निकलने वाली ध्वनि को लाडली प्रोड्यूस करते हैं. sound card तथा Speaker computer में एक दूसरे के पूरक होते हैं। microphone की सहायता से जो ध्वनि Input किए गए हैं sound card उसको एक जगह Store करता है। किसी – किसी कंप्यूटर में Speaker पहले से ही लगा होता है और किसी में Speaker को बहार से लगाना होता है.स्पीकर में amplifier लगे होते हैं जब Speaker कंप्यूटर से निर्देश प्राप्त करते हैं तो amplifier विभिन्न आवर्ती पर कम्पन्न करने लगते हैं जिससे sound उत्पन्न होती है।
Speaker के प्रकार
- Passive Speaker – इसमें कोई इंटरनल एप्लीफायर नहीं होता है. एक wire का उपयोग करके इस Speaker को एप्लीफायर के साथ जोड़ा जाता है.
- Powered Speaker – इस प्रकार के स्पीकर में इंटरनल एप्लीफायर पहले से ही लगा होता है.
5. प्रोजेक्टर क्या है? (Projector in Hindi)
प्रोजेक्टर का उपयोग कंप्यूटर पर चल रहे काम को किसी प्लेन सतह या किसी बड़े पर्दे पर दिखाने के लिए किया जाता है प्रोजेक्टर का इस्तेमाल करने के लिए सफेद सफेद रंग सीधा और सरफेस को बड़ा होना चाहिए तभी सरफेस में क्लियर दिखाई देगा प्रोजेक्टर का उपयोग अक्सर कौन जगह किया जाता है जहां बड़े समूह के लोगों को कोई इमेज, वीडियो या कोई अन्य कॉन्टेंट दिखाना होता है, अधिकतर बिजनेस मीटिंग, मूवी हॉल, क्लासरूम, ट्रेनिंग में प्रोजेक्टर का उपयोग किया जाता है।
प्रोजेक्टर के प्रकार
- Video projector
- Movie projector
- Slide projector
Projector का इस्तमाल कहाँ होता है?
- PowerPoint presentation को business meeting में दिखाने के लिए प्रोजेक्टर का उपयोग किया जाता है.
- बच्चो को क्लास में समझाने के लिए प्रोजेक्टर का उपयोग किया जाता है.
- TV और कंप्यूटर में जो मल्टीमीडिया (movies) है उनको प्रोजेक्टर के जरिये बड़े परदे पे Play करने के लिए.
- पब्लिक Places में कोई वस्तु या सेवाओं को लोगों को समझाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है.
- कोई खाली दिवार पे अलग अलग प्रकार की तस्वीर को डिस्प्ले करने के लिए जिसे look change जाए.
- प्रोजेक्टर को Computer से जोड़ने के लिए HDMI या वीजीए cables का उपयोग किया जाता है.
6. हैडफ़ोन क्या है? (Headphone in Hindi)
हेडफोन एक आउटपुट डिवाइस होता है जिसका उपयोग हम कंप्यूटर की ध्वनि को सुनने के लिए करते हैं। इसे ईयर फोन के नाम से भी जाना जाता है।
इसे सर पर लगाया जाता है इसके दोनों तरफ स्पीकर होते है और वे कानों के ऊपर आ जाते हैं हेडफोन की ध्वनि केवल वही इंसान सुन सकता है जिसने इसको पहना है दूसरा व्यक्ति नहीं सुन सकता। हेडफोन का उपयोग कॉल सेंटर कमेंटेटर आदि जगह किया जाता है किसी हेडफोन में माइक भी लगा होता है जिसके द्वारा कॉल पर बात करते हैं।
7. GPS क्या है? (GPS in Hindi)
GPS का पूरा नाम ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (global positioning system) होता है। यह एक output device है जिसकी मदद से किसी Device की लोकेशन का पता लगाया जाता है। यह radio पर आधारित नेविगेशन सिस्टम है जो किसी लोकेशन (स्थान) का पता लगाने के लिए radio signal का l उपयोग करता है। GPS में 24 सैटेलाइट होती है। आजकल हमारे फ़ोन में गूगल मैप होता है जिसकी help से हम किसी भी Location पर आसानी से जा सकते हैं।
8. विडियो कार्ड क्या है? (Video Card in Hindi)
Video Card एक आउटपुट डिवाइस है जो कि Motherboard से जुड़ा रहता है। इसकी मदद से Video और graphics की क्वालिटी को बढ़ाया जाता है। Video Card का ज्यादातर उपयोग game खेलने के लिए किया जाता है। आजकल के computer में video card पहले से ही मौजूद होता है इसलिए हमें इसे डालने की आवश्यकता नहीं होती Video Card बहुत ज्यादा Heat पैदा करते हैं इसलिए इसमें heat sink की आवश्यकता पड़ती है। वीडियो कार्ड को ग्राफिक्स कार्ड भी कहते हैंl
FAQ
आउटपुट डिवाइस कौन सा होता है?
कंप्यूटर के वे सभी डिवाइस जिसके माध्यम से कंप्यूटर डाटा या इनफार्मेशन को बाहर निकालता है उन सभी डिवाइस को आउटपुट डिवाइस कहा जाता है. उदाहरण: मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर, प्रोजेक्टर इत्यादि
आउटपुट डिवाइस के उदाहरण कौन कौन से हैं?
आउटपुट डिवाइस के उदाहरण में मॉनिटर, स्पीकर, प्लॉटर, प्रिंटर, GPS सिस्टम, डिस्प्ले इत्यादि शामिल है.
मेरी अंतिम राय इस लेख में
मैंने बहुत ही असान भाषा में आउटपुट डिवाइस क्या है इसके परिभाषा प्रकार और उदाहरण (output device in Hindi) को बताने का प्रयास किया है. आज के समय में नए नए टेक्नोलॉजी की जानकारी रखना बहुत जरुरी हो गया है. वर्तमान में रोजाना नए नए टेक्नोलॉजी वाले डिवाइस में मार्किट में आ रहे है.
उम्मीद है आपको यह लेख आउटपुट डिवाइस क्या है पसंद आया होगा. यदि आपके कुछ सवाल या सुझाव हो तो लेख के निचे लिखना न भूले.
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