Linux Administration in Hindi
नमस्कार दोस्तों Computervidya में आपका स्वागत है आज के इस पोस्ट में हम आपको Linux Administration in Hindi (Linux Administration Kya Hai) के बारें में विस्तार से बताएँगे साथ ही दोस्तों Linux Administration से जुड़े विभिन्न जानकारीके बारें में विस्तार से बतायेंगें।
Contents:-
- System Administrator Task in Linux
- System Administrator in linux
- लिनक्स में रूट यूजर क्या है ?
- लिनक्स सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के कार्य
- लिनक्स फाइल को identify और कॉन्फ़िगर करना
- यूजर अकाउंट को मैनेज करना
- System Performance को मॉनिटर करना
- Backup और Restore ऑपरेशन परफॉर्म करना
- सॉफ्टवेर और प्रोग्राम को मैनेज करना
- लिनक्स को अपडेट और अपग्रेड करना
- File system & Ownership को मैनेज करना
- सिस्टम के सीक्यूरिटी पालिसी को मैनेज करना
System Administrator Task in Linux
System administrator कंप्यूटर का एक यूजर एकाउंट है जिसे owner एकाउंट भी कहा जाता है। इस यूजर एकाउंट के माध्यम से जो भी व्यक्ति सिस्टम को ऑपरेट करता है उसे System Administrator कहा जाता है। इस यूजर एकाउंट के माध्यम से यूजर सिस्टम को configure कर सकता है सिस्टम के performance और रिसोर्स को असानी से मैनेज कर सकता है।
System Administrator in linux
दोस्तों लिनक्स एक multi user ऑपरेटिंग सिस्टम है अतः लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में विभिन्न प्रकार के यूजर create किये जा सकते है। लिनक्स में System administrator को super user या root user कहा जाता है।
सुपर यूजर लिनक्स के एक यूजर अकाउंट है जिसका उपयोग सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन के लिए किया जाता है। इस अकाउंट को रूट एकाउंट भी कहा जाता है। सुपर यूजर के पास लिनक्स में फाइल, प्रोग्राम और यूजर से related सभी प्रकार के permission होते है तथा यह यूजर एकाउंट सिस्टम के परफॉरमेंस, रिसोर्स और सिक्यूरिटी के लिए responsible होता है।
लिनक्स में रूट यूजर क्या है?
लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के admin यूजर को root (रूट) या रूट यूजर कहा जाता है। या दुसरे शब्दों में कहें तो रूट यूजर लिनक्स में एडमिनिस्ट्रेटर का नाम होता है। रूट यूजर के पास लिनक्स में फाइल, प्रोग्राम और यूजर से related सभी प्रकार के permission होते है।
जब आप लिनक्स सिस्टम में रूट यूजर के माध्यम से login करते है तो किसी भी फाइल या प्रोग्राम को read, write या modify कर सकते है इसके अलावा सिस्टम को configure भी कर सकते है। सिस्टम के performance और रिसोर्स को असानी से मॉनिटर और मैनेज कर सकते है और साथ ही सिस्टम के सिक्यूरिटी को configure किया जा सकता है।
लिनक्स सिस्टम में रूट यूजर में login करने के बजाय नार्मल यूजर में login करने के लिए recommended किया जाता है क्योकिं रूट यूजर में login करने पर गलती से सिस्टम फाइल delete होने से सिस्टम क्रैश हो सकता है। अतः नार्मल यूजर में सामान्य कार्य करने के लिए नार्मल यूजर को recommended किया जाता है।
आपने देखा होगा वर्तमान समय के सभी स्मार्ट फ़ोन में एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम आता है उसमे भी डिफ़ॉल्ट यूजर नार्मल यूजर होता है और यदि आप फ़ोन को रूट यूजर में login करते है तो उसी समय से कंपनी की वारंटी समाप्त कर दी जाती है।
लिनक्स सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के कार्य
लिनक्स में रूट यूजर में login करके सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर का कार्य किया जाता है। इस यूजर एकाउंट का उपयोग सामान्य कार्य करने के बजाय विभिन्न system maintenance और configuration जैसे कार्यों के लिए किया जाता है। लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में निम्नलिखित कार्य सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के द्वारा किया जाता है।
- Identification and Configuration of Linux File
- Managing User Account
- System Performance को मॉनिटर करना
- Manage Software & Application Program
- Backup और Restore ऑपरेशन
- Provide Security Policy for User, System & Network
- To Keep Update & Upgrade System
- Change File System & Ownership
1. Identification & Configuration of Linux File
लिनक्स में सभी प्रोग्राम फाइल के रूप में स्टोर होते है जिन्हें समय समय पर यूजर के requirement के अनुसार कॉन्फ़िगर करने की जरुरत पड़ती है।सिस्टम एडमिन इन फ़ाइलों को पहचानता है और उसे कॉन्फ़िगर करता है। फाइल को identify करने के लिए सिस्टम एडमिन को विभिन्न प्रकार के कमांड चलाने की जरुरत पड़ती है जैसे ls कमांड का उपयोग डायरेक्टरी में उपस्थित फाइल के लिस्ट को देखने के लिए करते है। लिनक्स सिस्टम में विभिन्न प्रकार के फाइल उपस्थित होते है जैसे:- regular file, directory, character device file, block device file, local socket file, named pipe, symbolic link इत्यादि।
2. यूजर अकाउंट को मैनेज करना
Linux एक मल्टीयूज़र ऑपरेटिंग सिस्टम है अतः लिनक्स में मल्टीप्ल यूजर अकाउंट क्रिएट किया जा सकते है। सिस्टम एडमिन यूजर एकाउंट क्रिएट करने के साथ साथ इनसे जुड़े विभिन्न प्रकार के task परफॉर्म करते है जैसे:- नये यूजर क्रिएट करना, यूजर को Delete करना, यूजर के properties जैसे पासवर्ड, policy इत्यादि को change करना, यूजर के परमिशन और ownership को बदलना, यूजर के ग्रुप बनाना और उसे मैनेज करना इत्यादि।
3.System Performance को मॉनिटर करना
सिस्टम के परफॉरमेंस को monitor करने का कार्य भी सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर का होता है। वह सिस्टम के परफॉरमेंस को लगातार watch करते रहता है यदि किसी कारण से जैसे फाइल या प्रोग्राम की वजह से सिस्टम स्लो होता है या सिस्टम में कोई अनुपयोगी फाइल या प्रोग्राम है जिसके वजह से सिस्टम स्लो हो रहा है तो उसे remove करता है साथ ही temporary फ़ाइल को डिलीट करने का कार्य करता है। सिस्टम में चल रहे ऐसे प्रोसेस और सर्विसेस जिनका कोई उपयोग न हो उनको स्टॉप करना भी सिस्टम एडमिन का कार्य होता है।
4. Backup और Restore ऑपरेशन
लिनक्स सिस्टम में उपस्थित विभिन्न प्रकार के importance एवम् डेटाबेस की बैकअप बनाने का कार्य भी सिस्टम एडमिन का होता है और जरुरत पड़ने पर उनको restore करने का कार्य भी सिस्टम एडमिन करता है।
5. Manage Software & Application Program
लिनक्स सिस्टम में यूजर के requirement के अनुसार नए सॉफ्टवेर को इनस्टॉल करना तथा उपयोग न होने वाले सॉफ्टवेर को uninstall करने का कार्य भी सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर का होता है।
6. To Keep Update & Upgrade in Linux
लिनक्स सिस्टम को अपडेट करना या अपग्रेड करना भी एडमिनिस्ट्रेटर का कार्य होता है। सिस्टम को अपडेट करना अर्थात ऑपरेटिंग सिस्टम या सॉफ्टवेर में जो अपडेट आते है उनको अपडेट करना होता है। सिस्टम को अपग्रेड करने का तात्पर्य ऑपरेटिंग सिस्टम में यदि नया version आता है तो ऑपरेटिंग सिस्टम को पुराने version से नये version में बदलना ही अपग्रेड कहलाता है। ये दोनों कार्य भी सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर करता है।
7. Change File system & Ownership
linux system में फाइल सिस्टम और Ownership को बदलने का कार्य भी सिस्टम एडमिन के किया जाता है सिस्टम में उपस्थित फाइल में नए परमिशन लगा सकता है उन्हें modify कर सकता है उनके Owner को बदल सकता है इसके लिए सिस्टम एडमिन को chown और chmod कमांड का उपयोग करना पड़ता है।
8. Provide Security Policy for User & Network
सिस्टम में कितने प्रकार के यूजर होंगे उनके लिए क्या-क्या policy होगी, उनको क्या-क्या परमिशन दिया जायेगा। इसका निर्धारण भी सिस्टम एडमिन के द्वारा किया जाता है साथ ही सिस्टम और नेटवर्क से जुड़े विभिन्न policy को डिफाइन करने का कार्य सिस्टम एडमिन के द्वारा किया जाता है।
तो दोस्तों उम्मींद करता हु यह लेख Linux Administration in Hindi (linux administration hindi me) आपको बहुत पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख (Linux Administration in Hindi ) पसंद आया हो तो लाइक करें। लोगो को शेयर करें।
अब दोस्तों यदि कोई ये लिनक्स एडमिनिस्ट्रेशन क्या है? (Linux Administration in Hindi) से जुड़े तथ्यों की चर्चा करता है लिनक्स एडमिनिस्ट्रेशन क्या है? (Linux Administration in Hindi) तो आप आसानी से जवाब दे पाएंगे। दोस्तों कोई सवाल आप पूछना चाहते है तो निचे Comment Box में जरुर लिखे और अगर आपके को सुझाव है तो जरुर दीजियेगा। दोस्तों हमारे अन्य वेबसाइट https://www.nayabusiness.in एवं Youtube चैनल computervidya को अगर आप अभी तक सब्सक्राइब नहीं किये तो तो जरुर सब्सक्राइब कर लेवें।