Basic Architecture of UNIX/Linux
दोस्तों क्युकि Unix Operating System को follow करके ही Linux को बनाया गया है। अतः दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम के Architecture एक सामान है। Linux ऑपरेटिंग सिस्टम के Architecture को 3 लेवल में Define किया गया है।
- Kernal
- Shell
- User
कर्नल क्या है? (Kernal in Hindi)
Linux ऑपरेटिंग सिस्टम के Core Part या main Program को कर्नल कहा जाता है। जो Computer के Software और Hardware के बिच में Communication कराने का कार्य करता है। कर्नल computer के सभी Hardware Resource को control और manage करता है। साथ ही computer के सभी Hardware से डायरेक्टली interact करता है। Kernal के द्वारा Memory Management, Process management और कई प्रकार के Core Operation को perform किया जाता है।
दुसरे शब्दों में कहे तो कर्नल ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह एक प्रोग्राम है। जो shell और Hardware (CPU) के बिच में इंटरफ़ेस का कार्य करता है। या kernal एक complicated प्रोग्राम है जो ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी function को perform करता है।
शेल क्या है? (Shell in Hindi)
Shell एक command interpreter है जिसमे command को execute किया जाता है। shell कर्नल और यूजर के बिच में इंटरफ़ेस का कार्य करता है। shell यूजर के द्वारा enter किये गए कमांड को execution के लिए kernal को transmit करता है।
दुसरे शब्दों में Shell, लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का एक महत्वपूर्ण पार्ट है जो यूजर और कर्नल के बिच में इंटरफ़ेस का कार्य करता है। शेल को एक User Interface या Command Interpreter भी कहा जाता है। जो यूजर के द्वारा दिए गए कमांड को इन्टरप्रेट कराता है। जिनके माध्यम से कंप्यूटर , यूजर के द्वारा इंटर किये गए कमांड को read करता है। दुसरे शब्दों में कहे तो यूजर shell के द्वारा computer में कमांड रन कर सकता है।
User : यह Linux ऑपरेटिंग सिस्टम का तीसरा लेयर है। जिसमे यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम के सर्विस का utilize करता है।
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