Logic Gate in Hindi / लॉजिक गेट क्या है?
लॉजिक गेट एक प्रकार का Circuit है जिसे बूलियन फंक्शन को लागु करने के लिए बनाया जाता है। लॉजिक गेट एक या अधिक बाइनरी इनपुट लेकर उसमे लॉजिकल ऑपरेशन करके एक बाइनरी आउटपुट produce करता है।
लॉजिक गेट बनाने के लिए मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक स्विच में काम आने वाले डायोड या ट्रांजिस्टर का उपयोग किया जाता है। इनके अलावा वैक्यूम ट्यूब, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रिले, fluidic logic, pneumatic logic, optics या मैकनिकल एलिमेंट के हेल्प से भी बनाया जाता है। वर्तमान में अधिकतर लॉजिक गेट को बनाने के लिए मोस्फेट्स (MOSFETs) का उपयोग किया जाता है।
लॉजिक गेट कैसे काम करता है?
लॉजिक गेट एक तरह से इलेक्ट्रॉनिक सर्कि है। जो किसी इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में बहने वाली डिजिटल सर्किट को नियंत्रित करते हैंl Logic Gates यह डिजिटल सिग्नल्स से बाइनरी इनपुटस (0 और 1) लेता है और फिर हमें लॉजिक ऑपरेशन लगाने के बाद बाइनरी आउट्पुटस देता है। लॉजिक गेट की सहायता से ही कंप्यूटर 0 और 1 को जरूरत के आधार पर बदल पाता है जिससे वह कठिन और जटिल कैलकुलेशन को आसानी से कर पाए।
या दूसरे शब्दों में कहा जाए लॉजिक गेट वे परिपथ या मार्ग होते हैं जिनमें 1 से अधिक इनपुट लिए जाते हैं और एक विशेष लॉजिकल गणित क्रिया के बाद हमें एक आउटपुट मिल पाता हैl लॉजिक गेट डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स की नीव होती है आज कल माइक्रोप्रोसेसर, कंप्यूटर, माइक्रोवेव, केलकुलेटर आदि में लॉजिक गेट का उपयोग किया जाता है।
बुलियन प्रणाली में दो अवस्थायें होती है। इन्हें 0 और 1 से प्रदर्शित करते हैं। 0 और 1 के विभिन्न नाम हैं।
Logic 0 → Low, Inactive, Absent, False, Off, Negative
Logic 1 → High, Active, Present, True, ON, Positive
लॉजिक गेट के प्रकार
लॉजिक गेट को 7 प्रकार दे डिफाइन किया गया है जिनकी जानकारी निचे दे रहे है।
- OR Gate
- AND Gate
- NOT Gate
- NOR Gate
- NAND Gate
- EX-OR Gate
- EX-NOR Gate
1. OR गेट क्या है?
OR गेट में इनपुट दो होते हैं और आउटपुट एक ही प्राप्त होता है अगर दोनों में इनपुट 0 आए तो आउटपुट भी 0 ही होगा, लेकिन इनपुट में कहीं 1 हो और 0 हो तो आउटपुट केवल 1 ही प्राप्त होगा। OR gate का उपयोग जोड़ने के लिए किया जाता है।
OR gate का समीकरण: Y = A+B
OR Gate का Symbol
इनपुट A और B से तथा आउटपुट को Y से रेप्रिज़ेन्ट किया जाता है जैसे कि आप सिंबल में देख सकते हैं साथ ही यह भी जानना जरूरी है कि डिजिटल सर्किट में जब भी सिग्नल होता है उसे 1 से दर्शाया जाता है यानी इनपुट और आउटपुट में सिग्नल है तो हम 1 लिख सकते हैं उसी प्रकार इनपुट और आउटपुट में सिग्नल नहीं है तो हम 0 से प्रदर्शित कर सकते हैं।
इसमें आउटपुट 0 तभी प्राप्त होता है जब सभी इनपुट 0 हो अगर एक भी 1 है तो आउटपुट 1 मिलता है। इसमें सभी पहला cases के Outputs को अच्छे से दिखाया गया है, जैसे की पहले केस में इनपुट A और B दोनों 0 है यानि की इसमें इनपुट में कोई सिग्नल नहीं है और इसमें आउट्पुट को भी 0 से रेप्रिज़ेन्ट किया गया है।
2. AND Gate क्या है? (AND Gate in Hindi)
AND गेट लॉजिकल multiplication करता हैl इसमें एक साथ दो इनपुट दिए जाते हैं और आउटपुट एक ही प्राप्त होता है। अगर दोनों इनपुट 1 होगा तो आउटपुट भी 1 होगा लेकिन इनपुट 0 और 1 होगा तो आउटपुट 0 ही प्राप्त होता है। AND का मतलब गुणा करने के लिए होता है इसे (.) डॉट से प्रदर्शित किया जाता हैl इसे हम truth table के माध्यम से समझ सकते हैं।
AND Gate का समीकरण – Y = A.B
AND Gate का Symbol
Truth table की मदद से आप समझ रहे होंगे आउटपुट में 1 तभी आता है जब दोनों इनपुट 1 हो उसके अलावा अगर इनपुट 1 और 0 आता है तो आउटपुट कुछ नहीं मिलता।
3. NOT Gate क्या है? (NOT Gate in Hindi)
NOT Gate में केवल एक ही इनपुट और एक ही आउटपुट होता है। यह बायनरी सिग्नल को उल्टा कर देता है यानी कि पलट देता है जैसे कि इसमें इनपुट 1 होता है तो आउटपुट जीरो हो जाता है और जब इनपुट 0 होता है तो आउटपुट 1 हो जाता है।
Not gate ka समीकरण Y = A‘
Not Gate का Symbol
Truth table को देखकर आप समझ गए होंगे कि यह यह लॉजिक गेट में आ रहे इनपुट को उल्टा कर दिया है जैसे कि इनपुट में सिग्नल (1) है तो आउटपुट में सिग्नल (0) नहीं है।इसके इस फंक्शन के कारण Not gateको inverter भी कहा जाता है।
Note – AND Gate, OR Gate और NOT Gate इन तीनो गेट को बेसिक लॉजिक गेट कहलाता हैं।
4. NAND Gate क्या है? (Nand Gate in Hindi)
NAND गेट में दो या दो से अधिक इनपुट टर्मिनल एवं आउटपुट टर्मिनल होते हैं। NAND gate AND और NOT Gate का एक मिश्रण हैl NAND गेट का आउटपुट 1 तब होता है। जब एक या दोनों इनपुट 0 होते हैं और आउटपुट 0 तब होता है जब दोनों इनपुट 1 होते हैं।
NAND Gate का समीकरण Y = (A.B)’
NAND Gate का Symbol
Note – NAND गेट और NOR गेट को Universal Gate कहा जाता हैं। क्योंकि इन दोनों गेट से सभी प्रकार के बूलियन फंक्शन बनाया जा सकता है।
5. NOR GATE क्या है? (NOR Gate in Hindi)
NOR गेट यह एक प्रकार से OR गेट और NOT गेट का संयोजन होता है। जब NOT गेट के इनपुट में OR गेट के output को दे दिया जाए तो इस प्रकार से बने गेट को NOR गेट कहते है। NOR गेट का आउटपुट 1 तब होगा, जब दोनों इनपुट 0 होंगे और दोनों इनपुट में 1 और 0 होने की दोनों स्थितियों में आउटपुट 0 प्राप्त होता है।
NOR GATE का समीकरण- Y = (A+B)’
NOR GATE का Symbol
6. EX-OR Gate क्या है? (EX-OR Gate in Hindi)
इस गेट के लॉजिक सर्किट में दो इनपुट और आउटपुट होते हैंl यह ऐसा लॉजिक गेट है, ये तभी आउटपुट में सिग्नल दिखाएगा जब किसी एक इनपुट में सिग्नल हो या तो केवल A इनपुट में सिग्नल हो या फिर B इनपुट में सिग्नल तभी output में सिग्नल दिखायेगा।
EX-OR Gate का समीकरण Y = A ⊕ B
XOR Gate का symbol
7. EX-NOR गेट क्या है? (EX-NOR Gate in Hindi)
इसे XNOR GATE को exclusive NOR GATE भी कहा जाता है।
इस गेट में भी लॉजिक सर्किट में दो इनपुट होते हैं और एक output होता है यह GATE XOR GATE के बिल्कुल अप अपोजिट काम करता है, यह GATE आउट्पुट में केवल तभी सिग्नल दिखाएगा, जब या तो दोनों इनपुटस में कोई सिगनल ना हो और या फिर दोनों ही Inputs में कोई सिग्नल हो।
इस गेट में आउटपुट में सिग्नल तभी दिखाएगा जब दोनों इनपुट में सिग्नल ना हो या फिर दोनों इनपुट में सिग्नल हो जैसे की इनमें दोनों में इनपुट एक जैसे है(1,1 ) (0,0 ) तो output signal मिलेगा है और दोनों इनपुट अलग-अलग होने पर (0,1) (1,0) output में सिंगनल नहीं मिलेगा।
EX-NOR Gate का समीकरण Y = (A ⊕ B)
XNOR Gate का symbol
FAQ
लॉजिक गेट क्या है?
लॉजिक गेट एक प्रकार का सर्किट है जिसे बनाने के लिए मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक स्विच में काम आने वाले डायोड या ट्रांजिस्टर का उपयोग किया जाता है। इनके अलावा वैक्यूम ट्यूब, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रिले, fluidic logic, pneumatic logic, optics या मैकनिकल एलिमेंट के हेल्प से भी बनाया जाता है।
लॉजिक गेट कितने प्रकार के होते है?
लॉजिक गेट 7 प्रकार के होते है जिसमें OR, AND, NOR, NAND, NOT, XOR और XNOR शामिल है. X-OR गेट को exclusive OR (EX-OR) गेट भी कहा जाता है और XNOR GATE को exclusive NOR GATE (EX-NOR) भी कहा जाता है।
यूनिवर्सल गेट किसे कहते हैं?
NAND GATE और NOR गेट को UNIVERSAL GATE कहा जाता है? NAND और NOR गेट को किसी भी बूलियन फंक्शन या लॉजिक गेट से बनाया जा सकता है.
लॉजिक गेट के उपयोग क्या है?
किसी भी अर्धचालक युक्ति में इलेक्ट्रोनिक परिपथ के रूप में उपयोग किया जाता है. वर्तमान में रिले, डायोड, मोस्पेट और IC मुख्य अर्धचालक युक्तियाँ है. ये सभी प्रायः बीजगणित पर आधारित होते है. जिसके चलते इनसे जुड़े सभी परिपथ को लॉजिक गेट कहा जाता है.
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